Haryana News: हरियाणा में 4 दिन बंद रहेंगी सभी अनाज मंडियां, 29 अक्टूबर तक पूरी होगी फसल खरीद, आदेश जारी
हरियाणा की अनाज मंडियों में इस समय खरीफ फसलों की आवक जोर पकड़ चुकी है जिसमें बड़ी संख्या में किसान धान लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं। इस बीच किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना सामने आई है। आगामी त्योहार दीपावली के चलते मंडियों में 30 अक्टूबर से 2 नवंबर तक कुल 4 दिन की छुट्टी रहेगी। इस दौरान मंडियों में किसी भी तरह की फसल की खरीद नहीं होगी। व्यापार मंडल अध्यक्ष जगदीश भादू की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
व्यापारियों और किसानों के लिए दिशा-निर्देश
जिला प्रशासन ने व्यापारियों को निर्देश दिया है कि 29 अक्टूबर तक मंडी में जो भी फसल आ चुकी है, उसकी खरीद कर लें ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। प्रशासन ने किसानों से भी अपील की है कि वे अगले चार दिनों तक अपनी फसल लेकर मंडी में न आएं। अगर किसान इस अवधि में फसल लेकर मंडी में पहुंचते हैं, तो उन्हें अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
नमी की समस्या से फसलों की खरीद में देरी
धान की फसल में नमी के कारण कुछ जगहों पर खरीद में देरी हो रही है, जिससे किसानों को मंडी में अपने धान बेचने के लिए एक से दो दिन रुकना पड़ रहा है। नमी की मात्रा अधिक होने के कारण व्यापारी फसल खरीदने में असमर्थ हैं। इस स्थिति को देखते हुए मंडियों में 29 अक्टूबर तक ही फसलों की खरीद की जा सकेगी, जिसके बाद अवकाश रहेगा।
दीपावली के अवसर पर 4 दिन का अवकाश
मंडियों में दीपावली के उपलक्ष्य में 30 अक्टूबर, 31 अक्टूबर, 1 नवंबर और 2 नवंबर को पूर्णतया अवकाश रहेगा। इस अवकाश के दौरान मंडियों में कोई भी खरीद-बिक्री का कार्य नहीं होगा। व्यापार मंडल ने सभी किसानों और एजेंसियों से अनुरोध किया है कि वे इन दिनों में फसल लेकर न आएं, ताकि उन्हें अनावश्यक असुविधा से बचाया जा सके। अगले सप्ताह से मंडी में सामान्य गतिविधियां पुनः प्रारंभ होंगी।
अनाज मंडियों में बढ़ी फसलों की आवक
हरियाणा की अनाज मंडियों में इस साल खरीफ फसलों की आवक तेजी से बढ़ रही है, जिसमें धान की फसल प्रमुखता से मंडियों में पहुंच रही है। इस बढ़ी हुई आवक को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन और व्यापार मंडल ने इस अवकाश का निर्णय लिया है। व्यापार मंडल अध्यक्ष जगदीश भादू ने कहा है कि यह फैसला सभी किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि व्यापारियों को भी दीवाली मनाने का अवसर मिल सके।
व्यापारियों के लिए प्रशासन के आदेश
प्रशासन ने व्यापारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे उन किसानों को ही मंडी में बुलाएं, जिनकी फसल खरीद का नंबर आया है। इस व्यवस्था से मंडियों में भीड़ कम होगी और खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से हो सकेगी। प्रशासन ने किसानों से भी आग्रह किया है कि वे अनुशासन का पालन करें और तय समय पर ही मंडी में आएं।
किसानों को मंडी में भीड़ से बचने की सलाह
मौजूदा सीजन में धान की फसल लेकर बड़ी संख्या में किसान मंडियों में पहुंच रहे हैं, जिससे मंडियों में भीड़ बढ़ रही है। इससे न केवल प्रशासन को परेशानी हो रही है, बल्कि किसानों को भी फसल बेचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे मंडियों में भीड़ न बढ़ाएं और दिए गए निर्देशों का पालन करें।
त्योहारी सीजन के बाद खरीद की प्रक्रिया
अवकाश समाप्त होने के बाद मंडियों में खरीद की प्रक्रिया पुनः प्रारंभ होगी। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल में नमी की मात्रा को नियंत्रित रखें, ताकि खरीद प्रक्रिया में कोई बाधा न आए। प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अवकाश के बाद मंडियों में फसल की खरीद सामान्य रूप से जारी रहेगी, और सभी किसानों को उनकी फसल के उचित मूल्य पर खरीद का अवसर प्राप्त होगा।