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हरियाणा में कड़ाके की ठंड थर थर कंपा रही, इस दिन फिर होगी झमाझम वर्षा, आज 14 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट जारी 

हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों मौसम में बदलाव का असर दिखाई दे रहा है। पहाड़ों से चल रही उत्तर व उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण हिसार का बालसमंद क्षेत्र राजस्थान के चुरू और जम्मू से भी अधिक ठंडा हो गया है। बालसमंद का न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि जम्मू का तापमान 7.6 डिग्री और चुरू का 9.5 डिग्री रहा।
 

Haryana Weather News: हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों मौसम में बदलाव का असर दिखाई दे रहा है। पहाड़ों से चल रही उत्तर व उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण हिसार का बालसमंद क्षेत्र राजस्थान के चुरू और जम्मू से भी अधिक ठंडा हो गया है। बालसमंद का न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि जम्मू का तापमान 7.6 डिग्री और चुरू का 9.5 डिग्री रहा।

मौसम का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार, 26 दिसंबर की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो सकता है, जिसके कारण 27 दिसंबर से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। साथ ही, 14 जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है, जिससे मौसम में और ठंडक बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

सर्दी में और गिरावट

मौसम में हुए इस बदलाव के कारण, रात के तापमान में हल्की गिरावट देखी गई है। 26 दिसंबर तक उत्तर और उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे ठंडक में और वृद्धि हो सकती है। हालांकि, 26 दिसंबर की रात से हवाओं में बदलाव होने के बाद, पुरवा हवाएं चलने और हवा में नमी बढ़ने के कारण हल्की वर्षा भी हो सकती है। इस वर्षा से किसानों को फसलों के लिए लाभ मिलने की संभावना है।

हवा की गुणवत्ता में सुधार

प्रदेश में हल्की बूंदाबांदी के चलते हवा की गुणवत्ता में भी सुधार देखा गया है। पंचकूला का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 65 तक पहुंच गया, जबकि गुरुग्राम का AQI 332 तक पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार, वर्षा के असर से शहरों की हवा भी साफ हो जाएगी।

कोहरे का येलो अलर्ट

मौसम विभाग ने 14 जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, सिरसा और फतेहाबाद शामिल हैं। इन इलाकों में कोहरे के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ सकता है।