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Haryana Assembly Elections: सिरसा से भाजपा उम्मीदवार रोहतास जांगड़ा ने अचानक लिया नाम वापस, गोपाल कांडा को दिया अपना समर्थन 

हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले सिरसा सीट पर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है। पार्टी के उम्मीदवार रोहतास जांगड़ा ने नामांकन वापसी कर लिया है, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। भाजपा ने अब गोपाल कांडा का समर्थन करने का फैसला किया है, जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
 

Haryana assembly elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले सिरसा सीट पर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है। पार्टी के उम्मीदवार रोहतास जांगड़ा ने नामांकन वापसी कर लिया है, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। भाजपा ने अब गोपाल कांडा का समर्थन करने का फैसला किया है, जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के नेता गोपाल कांडा रानिया सीट से चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन भाजपा के साथ हुए समझौते के बाद उन्होंने रानिया सीट से अपना उम्मीदवार वापस लेने का फैसला किया। भाजपा के इस कदम से हरियाणा की राजनीति में नए समीकरण बनते दिख रहे हैं।

रोहतास जांगड़ा ने नामांकन वापसी के बाद मीडिया से कहा कि उन्होंने यह कदम पार्टी के निर्देशों का पालन करते हुए उठाया है। उन्होंने कहा, "पार्टी के आदेश का पालन करना हमारा कर्तव्य है और मेरा लक्ष्य सिर्फ कांग्रेस को हराना है।"

सिरसा विधानसभा सीट पर यह राजनीतिक हलचल तब और बढ़ गई जब गोपाल कांडा के भाई गोबिंद कांडा का नामांकन रद्द कर दिया गया। गोबिंद कांडा निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले थे, लेकिन समय पर शपथ पत्र न जमा करने के कारण उनका नामांकन रद्द हो गया।

भाजपा ने हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन अब 89 सीटों पर चुनाव लड़ा जा रहा है। सिरसा सीट पर भाजपा का गोपाल कांडा को समर्थन देने का फैसला पार्टी की चुनावी रणनीति का हिस्सा है।

भाजपा नेता अशोक तंवर ने कहा कि कांग्रेस को रोकने और हरियाणा में भाजपा की सरकार फिर से बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है। हरियाणा चुनाव के नामांकन वापसी के अंतिम दिन भाजपा ने सिरसा सीट से अपने उम्मीदवार को हटाकर गोपाल कांडा को समर्थन दिया, जिससे यह साफ हो गया कि पार्टी ने हरियाणा चुनावों में जीत के लिए नए राजनीतिक गठजोड़ बनाए हैं।