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हरियाणा में 4 जिलों के 5 वीं तक के बच्चों की स्कूलों की छुट्‌टी, इन 10 जिलों में भी बंद हो सकते हैं स्कूल

 
 

Haryana Kranti, चंडीगढ़: हरियाणा में प्रदूषण और धुंध के कारण पानीपत के बाद नूंह, रोहतक और सोनीपत में भी प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है. चारों जिलों के प्रशासन ने आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है.

हरियाणा सरकार ने धुंध और प्रदूषण के कारण राज्य में प्राथमिक स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है, लेकिन अंतिम निर्णय जिला प्रशासन पर छोड़ दिया है। उपायुक्तों को जिले की परिस्थितियों को समझकर निर्णय लेने की छूट दी गयी है. उसी शक्ति का प्रयोग करते हुए उपायुक्तों ने ये आदेश जारी किये हैं.

पानीपत और नून प्रशासन ने जारी किये आदेश.

दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत कई उत्तरी राज्य इन दिनों प्रदूषण की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP-3) के तहत कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। हरियाणा में 11 शहर ऐसे हैं जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से ऊपर पहुंच गया है, जबकि जींद में यह आंकड़ा 500 के करीब है.

प्रदूषण की स्थिति और GRAP-3 का प्रभाव

वायु प्रदूषण को कम करने के लिए GRAP-3 प्रतिबंध लागू किए जाते हैं। इसमें निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध, डीजल जनरेटर के उपयोग पर प्रतिबंध और औद्योगिक इकाइयों की सख्त निगरानी जैसी कई सख्तियां शामिल हैं। फ़रीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, रेवाडी और झज्जर जैसे जिलों में भी प्रतिबंध लगाए गए हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा स्थिति बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है। वायु प्रदूषण का यह स्तर बाहर निकलने पर सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।

हरियाणा में स्कूल बंद करने पर विचार

हरियाणा सरकार ने पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला जिलों के उपायुक्तों पर छोड़ दिया है। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि जिला अधिकारी स्थिति को देखते हुए उचित कदम उठा सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे पर सरकार जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है. प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर पड़ रहा है और उन्हें घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है।