हरियाणा में महिला पुलिसकर्मी से किराया मांगना पड़ा महंगा, राजस्थान रोडवेज की 50 बसों के कटे चालान

राजस्थान रोडवेज की एक बस में हरियाणा पुलिस की महिला कर्मी के साथ हुए विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जब महिला कर्मी ने बस का किराया नहीं दिया। इसके बाद बस के कंडक्टर और महिला पुलिसकर्मी के बीच बहस हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि कंडक्टर ने बस को रोक दिया लेकिन महिला पुलिसकर्मी ने फिर भी किराया नहीं दिया। यह घटना अब चर्चा का विषय बन गई है। हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस ने राजस्थान रोडवेज की कई बसों के चालान करना शुरू कर दिया है।
यह सब तब शुरू हुआ जब महिला पुलिसकर्मी और कंडक्टर के बीच विवाद हुआ। राजस्थान रोडवेज के अधिकारियों ने सभी कर्मचारियों को इस मामले में सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। ड्राइवरों को वर्दी में रहने ड्राइविंग लाइसेंस साथ रखने और अन्य सुरक्षा नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इस विवाद के बाद राजस्थान रोडवेज के अलवर डिपो के मुख्य महाप्रबंधक पवन कुमार ने जानकारी दी कि हरियाणा और दिल्ली पुलिस द्वारा रोडवेज की बसों के चालान किए जा रहे हैं। पुलिसकर्मी कई नियमों के तहत चालान कर रहे हैं जैसे सीट बेल्ट नहीं पहनना ड्राइविंग लाइसेंस साथ न रखना ओवर स्पीडिंग आदि।
वायरल वीडियो में दिखी कार्रवाई
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि एक राजस्थान रोडवेज की बस को दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने रोक रखा है। एक अधिकारी बस के ड्राइवर से कुछ कागजों पर साइन करवा रहा है जबकि दूसरा अधिकारी फोन पर किसी से बात कर रहा है। वह कहता है, "जितना इसपे हो सकता था जी उतना कर दिया है। जितना ज्यादा से ज्यादा हो सकता था ना जी उतना कर दिया है। विदआउट लाइसेंस, विदआउट सीट बेल्ट, विदआउट स्टैंड सवारी उठाना, बदतमीजी करना, सब कर दिया है मैंने।" इस बयान से यह साफ है कि पुलिस अपनी कार्रवाई में गंभीरता से जुटी हुई है।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पुलिस ने पिछले दो दिनों में राजस्थान रोडवेज की करीब 50 बसों के चालान किए हैं। यह कार्रवाई विवाद के बाद और भी बढ़ गई है।
राजस्थान रोडवेज बसों का चालान
राजस्थान रोडवेज के कंडक्टर ने बताया कि वह महिला पुलिसकर्मी से किराया मांग रहे थे लेकिन उसने ना केवल किराया नहीं दिया बल्कि बहस भी की। कंडक्टर ने यह भी बताया कि कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं जहां यात्री किराया नहीं देना चाहते। ऐसे मामलों में पुलिस का सहयोग बहुत आवश्यक होता है।
हरियाणा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान रोडवेज की बसों का चालान करने का यह सिलसिला तब से शुरू हुआ है जब से महिला पुलिसकर्मी और कंडक्टर के बीच विवाद हुआ। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं जैसे कि क्या पुलिस को यातायात नियमों का पालन कराना चाहिए या नहीं।
ड्राइवरों को दिए गए निर्देश
हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस द्वारा राजस्थान रोडवेज की बसों के चालान किए जाने की घटना के बाद रोडवेज ने अपने सभी कर्मचारियों को नियमों का पालन करने के लिए कहा है। ड्राइवरों को वर्दी में रहने ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा साथ रखने सीट बेल्ट लगाने और निर्धारित स्थानों से सवारियों को बैठाने के निर्देश दिए गए हैं। पवन कुमार ने बताया कि बस ड्राइवरों को यह भी सलाह दी गई है कि वे किसी भी यात्री के साथ बहस में ना पड़ें और हमेशा शांति बनाए रखें।
पुलिस कार्रवाई की चर्चा
इस मामले ने सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है। लोग इस वीडियो को देखकर अपने-अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। कुछ लोग इसे पुलिस की गंभीरता मानते हैं जबकि कुछ का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई केवल विवाद के कारण की जा रही है। महिला पुलिसकर्मी और कंडक्टर के बीच की बहस और उसके बाद हुए चालान की कार्रवाई ने लोगों का ध्यान खींचा है। यह केवल एक घटना नहीं है बल्कि यह यातायात नियमों के पालन और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाती है।