वाहन चालक ध्यान दें! दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड पर टोल वसूली का हुआ सुभारम्भ, चेक करें क्या रहेंगी दरें

New Expressway: दिल्ली से अमृतसर और कटरा तक यात्रा को अब और भी तेज और आसान बनाने के लिए दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे (Delhi-Amritsar-Katra Expressway) का हरियाणा (Haryana News) खंड यातायात के लिए खोल दिया गया है। यह एक्सप्रेसवे 669 किलोमीटर लंबा है, जो दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर (Jammu New Expressway) को जोड़ता है। हरियाणा खंड में 135 किलोमीटर का हिस्सा अब वाहनों के लिए खुल चुका है, और यहां टोल वसूली भी शुरू हो गई है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण इस क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है, क्योंकि यह यात्रा के समय को काफी कम कर देगा और व्यापार व परिवहन को भी बढ़ावा मिलेगा।
एक्सप्रेसवे के बारे में!
इस एक्सप्रेसवे का हरियाणा खंड 135 किलोमीटर लंबा है और यह कुंडली मानेसर पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे से लेकर कैथल जिले की पंजाब बॉर्डर तक फैला हुआ है।इस खंड पर 8 टोल बैरियर बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से टोल वसूला जाएगा। इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली से अमृतसर और कटरा तक पहुंचने में महज 4 और 6 घंटे का समय लगेगा, जो पहले के मुकाबले काफी कम है। पंजाब में एक्सप्रेसवे का निर्माण अभी जारी है, और मार्च 2025 तक नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे के इंटरचेंज का काम पूरा होने की संभावना है।
टोल दरें
वाहन प्रकार एक तरफ का टोल शुल्क दो तरफ का टोल शुल्क
लाइट मोटर व्हीकल (कार, जीप आदि) ₹240 ₹360
हल्के कमर्शियल वाहन ₹385 ₹580
दो एक्सल वाले बस/ट्रक ₹805 ₹1210
तीन एक्सल वाले कमर्शियल वाहन ₹880 ₹1320
टोल बैरियर
केएमपी के पास पहला बैरियर है, इसके बाद खरखौदा-सांपला मार्ग, रोहतक-खरखौदा मार्ग, पानीपत-रोहतक मार्ग, जींद-गोहाना-सोनीपत मार्ग, और अन्य स्थानों पर टोल नाके बने हैं।
एक्सप्रेसवे के फायदे
दिल्ली से कटरा पहुंचने में केवल 6 घंटे का समय लगेगा। पहले यह यात्रा 10-12 घंटे तक चलती थी। अमृतसर, लुधियाना और पटियाला तक पहुंच: इस एक्सप्रेसवे से न केवल अमृतसर और कटरा, बल्कि पटियाला, लुधियाना, जालंधर, और अन्य शहरों तक पहुंचने में आसानी होगी।
आसान हुई यात्रा!
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के दो हिस्सों में बंटने से यह दोनों प्रमुख शहरों, अमृतसर और कटरा, के लिए सीधी सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल व्यापारियों और परिवहन के लिए भी एक बड़ा सहारा साबित होगा।