Central Employees News: सरकारी कर्मचारियों की फिर से चमकी किस्मत! इन 2 भत्तों में बढ़ोतरी का हो गया ऐलान, जानें

Central Employees News: जुलाई 2024 में केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (Dearness Allownce) 3 फीसदी बढ़ा दिया था, जिसके बाद उनका कुल महंगाई भत्ता (DA Hike) मूल वेतन का 53 फीसदी हो गया. यह वृद्धि 1 जुलाई, 2024 से प्रभावी है और केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण वेतन सुधार को दर्शाती है। इस बढ़ोतरी के साथ-साथ कर्मचारियों को अतिरिक्त लाभ भी मिलता है, जिससे उनका हाथ का वेतन भी बढ़ जाता है।
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का सीधा असर केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी पर पड़ता है। जब महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत से अधिक हो गया था, तब सरकार ने कर्मचारियों के लिए कई अन्य भत्तों को भी बढ़ाने का फैसला किया था। इसके बाद, जनवरी 2024 से 13 अन्य भत्तों में 25 प्रतिशत का इजाफा किया गया था, जिससे कर्मचारियों को और अधिक लाभ हुआ।
नर्सिंग भत्ता
17 सितंबर 2024 को जारी किए गए ऑफिस मेमोरैंडम में कहा गया कि नर्सिंग भत्ते की दर में भी 25 प्रतिशत का इजाफा किया जाएगा, खासकर तब जब महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत से ऊपर जाए। इसी तरह ड्रेस भत्ता में भी बढ़ोतरी की गई, जिससे कर्मचारियों को उनके कपड़ों की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
सातवाँ वेतन आयोग
केंद्रीय वेतन आयोग (CPC) हर 10 साल पर लागू किया जाता है। इसके तहत कर्मचारियों के वेतन, भत्तों और अन्य सुविधाओं को पुनः निर्धारित किया जाता है। 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें 19 नवंबर 2015 को लागू की गई थीं, जिनके बाद कर्मचारियों को कई महत्वपूर्ण लाभ मिले थे।
आठवाँ वेतन आयोग
वर्तमान में 8वें केंद्रीय वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन की चर्चाएँ हो रही हैं, लेकिन वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने हाल ही में लोकसभा में बताया कि इस पर अभी कोई विचार नहीं किया जा रहा है। इस जानकारी से साफ है कि कर्मचारियों को फिलहाल किसी नई वेतन आयोग की उम्मीद नहीं है।
केंद्र सरकार द्वारा जुलाई 2024 में महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी ने केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में एक महत्वपूर्ण इजाफा किया है। इसके साथ ही नर्सिंग और क्लोदिंग भत्तों में भी बढ़ोतरी की गई है, जिससे कर्मचारियों को और अधिक लाभ मिलेगा। 8वें वेतन आयोग के गठन की चर्चाएँ जारी हैं, लेकिन फिलहाल इस पर कोई स्पष्ट दिशा नहीं है।