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औंटा-सिमरिया पुल पर फिनिशिंग कार्य शुरू, इस महीने तक मिलेगा पटना-बेगूसराय को सीधा संपर्क

पटना जिले से होकर गुजरने वाली इस छह लेन पुल परियोजना के पूरा होने से पटना से बख्तियारपुर और बेगूसराय के बीच का सफर आसान हो जाएगा। वर्तमान में इस मार्ग पर पुराने राजेंद्र सेतु से होकर आवागमन करना पड़ता है, जिससे प्रतिदिन लंबा जाम लगता है।
 
Auntha-Simaria Bridge

एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारियों के अनुसार, औंटा-सिमरिया पुल का निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में है। पुल पर गडर रखने का काम कुछ दिन पहले ही पूरा किया गया है, और अब उसकी फिनिशिंग पर तेजी से काम हो रहा है। इस पुल को मार्च 2024 तक पूरी तरह से चालू करने की योजना है। इस परियोजना के पूरा होने से पटना से बेगूसराय, मोकामा, और भागलपुर की ओर निर्बाध संपर्कता उपलब्ध होगी, जो क्षेत्र में आवागमन को सुगम और जाम-मुक्त बनाएगी।

औंटा-सिमरिया पुल और आरओबी निर्माण से यातायात की समस्या का होगा समाधान

पटना जिले से होकर गुजरने वाली इस छह लेन पुल परियोजना के पूरा होने से पटना से बख्तियारपुर और बेगूसराय के बीच का सफर आसान हो जाएगा। वर्तमान में इस मार्ग पर पुराने राजेंद्र सेतु से होकर आवागमन करना पड़ता है, जिससे प्रतिदिन लंबा जाम लगता है। अब नई सड़क और पुल निर्माण के बाद, यह समस्या समाप्त हो जाएगी, और नालंदा जिले की ओर से आने वाले वाहनों को बेगूसराय के लिए सीधी और सुगम संपर्कता मिल सकेगी।

एनएचएआई अधिकारियों के मुताबिक, बख्तियारपुर क्षेत्र में आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) के निर्माण की अनुमति भी रेलवे से मिल गई है। आरओबी के लिए गडर रखने का काम जल्द ही शुरू किया जाएगा, और इसकी योजना मार्च तक निर्माण कार्य पूरा करने की है। इसके पूरा होने के बाद यह ग्रीन फील्ड सड़क बख्तियारपुर से जुड़ेगी और पटना से मोकामा तक का निर्बाध संपर्क स्थापित होगा।

पटना-बख्तियारपुर-मोकामा फोर लेन ग्रीन फील्ड परियोजना के फायदे

यह छह लेन औंटा-सिमरिया पुल, बख्तियारपुर-मोकामा के बीच बन रही ग्रीन फील्ड फोर लेन सड़क का हिस्सा है। गंगा नदी के ऊपर बनाए गए इस मेगा पुल की लागत 1161 करोड़ रुपये है, जो राजेंद्र सेतु के समानांतर बना है। इसके कारण अब पटना से बेगूसराय और उसके आगे जाने वाले लोगों के लिए यात्रा सरल और समय की बचत वाली होगी। इस नए पुल का लाभ कई जिलों को मिलेगा, खासकर पटना, बेगूसराय, नालंदा और मोकामा में आने-जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी।

पटना से बख्तियारपुर तक पहले से ही फोर लेन सड़क की उपलब्धता है, लेकिन बेगूसराय की ओर जाने के लिए राजेंद्र सेतु का ही सहारा लेना पड़ता था, जिससे इस क्षेत्र में भारी ट्रैफिक और जाम की समस्या बनी रहती थी। नई सड़क और पुल के बनने के बाद, इस समस्या का समाधान हो सकेगा।

गंगा पर नए पुल से पटना-बेगूसराय के बीच बेहतर संपर्कता

इस मेगा पुल का कार्य लगभग पूरा हो गया है, और इसका उद्घाटन होते ही पटना से बेगूसराय और मोकामा तक का सफर आसान और सुगम हो जाएगा। नए पुल के माध्यम से भागलपुर की ओर जाने वाले वाहन भी तेजी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। इसके अलावा, इस परियोजना का लाभ आर्थिक गतिविधियों को भी मिलेगा, क्योंकि इससे सामान और यात्री दोनों का आवागमन निर्बाध रूप से हो सकेगा।

एनएचएआई की योजना के अनुसार, अगले कुछ महीनों में इस परियोजना के अन्य हिस्सों को भी पूर्णता की ओर ले जाया जाएगा, जिससे मार्च 2024 तक इसे उपयोग में लाया जा सके।

निर्माण से जुड़े और भी कई अहम पहलु

इस परियोजना में सिर्फ पुल का निर्माण ही नहीं, बल्कि यातायात को सुचारू रखने के लिए आरओबी का निर्माण भी शामिल है। आरओबी के कारण अब बख्तियारपुर क्षेत्र में रेलवे लाइन पर वाहनों का रुकना बंद हो जाएगा, जिससे जाम की समस्या में भी कमी आएगी। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि मार्च 2024 तक आरओबी का कार्य पूरा होने की उम्मीद है। यह प्रोजेक्ट क्षेत्र के विकास में सहायक साबित होगा और पटना, बख्तियारपुर, मोकामा, और बेगूसराय के बीच संपर्कता को नया आयाम देगा।