फुल टाइम जॉब के साथ यूपीएससी पास कर बनीं आईएएस अफसर! पढ़ें IAS Neha Jain की कामयाबी की कहानी

Success Story: यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है। इसके लिए गहन अध्ययन और समर्पण की आवश्यकता होती है। डॉ. नेहा जैन (Dr. Neha Jain) ने अपनी फुल टाइम जॉब के साथ यह उपलब्धि हासिल की, और यह उपलब्धि उन्हें लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बनाती है। डेंटिस्ट से आईएएस बनने तक का उनका सफर संघर्ष और कड़ी मेहनत से भरा हुआ है।
आईएएस अधिकारी डॉ. ए.के. नेहा जैन:IAS Officer Dr. A.K. Neha Jain
आईएएस अधिकारी डॉ. ए.के. नेहा जैन मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। शुरुआती पढ़ाई के बाद नेहा ने दिल्ली स्थित मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज से बीडीएस किया। उनके माता-पिता एक बीमा कंपनी में काम करते हैं और उनके छोटे भाई ऋषभ जैन एक बाल रोग विशेषज्ञ हैं। बीडीएस के बाद नेहा जैन ने सलाहकार दंत चिकित्सक के रूप में काम करना शुरू किया। दंत चिकित्सक बनने के बाद भी डॉ. नेहा जैन को जीवन में अधूरापन महसूस होता है।
डॉ. ए.एस. नेहा जैन 2018 बैच की आईएएस:Dr. A.S. Neha Jain 2018 batch IAS
डॉ. ए.एस. नेहा जैन 2018 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वह दिल्ली का रहने वाला है. डेंटिस्ट बनने के बाद उन्हें जीवन में अधूरापन महसूस हुआ और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. उनके लिए ये सफर आसान नहीं रहा. इसमें सफल होने के लिए उन्हें दोगुनी मेहनत करनी पड़ी. डॉ. ए.एस. नेहा जैन एक सलाहकार दंत चिकित्सक थीं। काम के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी। उन्होंने आईएएस अफसर बनने के बाद इस नौकरी के साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के टिप्स दिए हैं.
नौकरी के साथ साथ की UPSC की तैयारी:Prepared for UPSC along with job
डॉ. ए.एस. नेहा जैन डेंटिस्ट्री छोड़कर कुछ और करना चाहती हैं। उनका रुझान यूपीएससी परीक्षा की ओर था. लेकिन करियर के इस पड़ाव पर वह जोखिम नहीं लेना चाहते. इसलिए उन्होंने अपने डेंटल करियर को अलविदा कहे बिना यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की. ये फैसला बिल्कुल भी आसान नहीं था. डॉक्टर की पूर्णकालिक नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी करना बहुत कठिन था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आईएएस अधिकारी बनकर ही दम लिया।
यूपीएससी रणनीति:UPSC Strategy
आईएएस अधिकारी बनने के बाद डॉ. नेहा जैन ने अपनी यूपीएससी रणनीति के बारे में सभी को बताया था. नेहा का कहना है कि रोजाना 4-5 घंटे पढ़ाई करके वह यूपीएससी परीक्षा पास करने में सफल हो सकती हैं. उनका मानना है कि काम के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वालों को सप्ताहांत के दौरान अधिक अध्ययन करना चाहिए।
पहली असफलता और 14वीं रैंक:First failure and 14th rank
डॉ. नेहा का पहला प्रयास असफल रहा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। 2017 की परीक्षा में उन्होंने 14वीं रैंक हासिल की और आईएएस अधिकारी बनीं। उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर अलॉट किया गया।