Gold Price Today: गोल्ड खरीदारों के लिए सुनहरा मौका! सोने की कीमतों में गिरावट जारी; जानिए आज के रेट

Gold Price Today: हाल के हफ्तों में भारत में सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है जिससे यह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कतर और ओमान जैसे देशों की तुलना में सस्ता हो गया है। भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में हालिया गिरावट का मुख्य कारण केंद्रीय बैंकों की खरीदारी में कमी और भू-राजनीतिक तनाव बताया जा रहा है। इस बीच निवेशक अब अमेरिका के फेडरल रिजर्व की दिसंबर की बैठक का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जिससे भविष्य में सोने की कीमतों के रुख को लेकर स्पष्टता आ सकती है।
भारत में सोने की कीमतों में गिरावट
भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत में 110 रुपये की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह 75,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। इसके साथ ही, 22 कैरेट सोने की कीमत 69,350 रुपये प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोने की कीमत 56,740 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसके विपरीत ओमान में 24 कैरेट सोने की कीमत 220 रुपये बढ़कर 75,763 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई जबकि कतर में यह 76,293 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। भारत में सोने की कीमतें अब यूएई, कतर और सिंगापुर जैसे देशों से भी सस्ती हो चुकी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट भारतीय बाजार में सोने की मांग को बढ़ावा दे सकती है खासकर जब फेस्टिव सीजन के दौरान सोने की खरीदारी चरम पर होती है।
फेडरल रिजर्व की बैठक पर नजरें
सोने की कीमतों में हालिया उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों का ध्यान अब अमेरिका की फेडरल रिजर्व की आगामी दिसंबर बैठक पर केंद्रित है। विश्लेषकों का कहना है कि इस बैठक में ब्याज दरों को लेकर कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है जो सोने की कीमतों पर प्रभाव डाल सकता है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मजबूत संकेतकों के चलते फेडरल रिजर्व दरों में कटौती को लेकर अभी सतर्क रुख अपना रहा है। वहीं लंबे समय तक उच्च अमेरिकी बांड पैदावार और मजबूत डॉलर के चलते सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर दबाव बढ़ गया है। इससे वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें गिरने लगी हैं जिससे भारत में सोना खरीदने का यह उपयुक्त समय बन गया है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तीन साल से अधिक समय में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई है। अमेरिका में हाजिर कीमतें 4.5% गिरी हैं और यह दो महीने के निचले स्तर 2,563.25 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर कारोबार कर रही हैं। इस गिरावट का कारण अमेरिकी आर्थिक संकेतकों का लचीला होना बताया जा रहा है। हालांकि अक्टूबर में सोने की कीमतों ने रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद अब 7% की गिरावट दर्ज की है। विश्लेषकों का कहना है कि जब तक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति में बदलाव नहीं होता तब तक सोने की कीमतों में स्थिरता नहीं आ सकती।
भारत में सोने की बढ़ती मांग
भारत में हाल के हफ्तों में सोने की खुदरा मांग में इजाफा हुआ है। इस सप्ताह भौतिक सोने पर प्रीमियम बढ़कर 16 डॉलर प्रति औंस हो गया है जो पिछले सप्ताह के 3 डॉलर के प्रीमियम से काफी अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती मांग ने भारत में सोने की कीमतों को अंतरराष्ट्रीय बाजार की तुलना में सस्ता बना दिया है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय ग्राहकों के लिए यह समय सोने में निवेश के लिए अच्छा साबित हो सकता है खासकर जब कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। त्योहारों और शादी के सीजन के दौरान सोने की मांग और बढ़ने की संभावना है।
क्यों गिर रही हैं सोने की अंतर्राष्ट्रीय कीमतें?
अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की संभावनाओं के बीच डॉलर की मजबूती के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। जब डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्योंकि सोना डॉलर में मूल्यांकित होता है। इसके अलावा अमेरिकी बांड पैदावार में वृद्धि के चलते निवेशक अब सोने की बजाय बांड में अधिक निवेश कर रहे हैं। ऐसे में सोने की कीमतों में और गिरावट की संभावना बनी हुई है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर फेडरल रिजर्व ने आगामी बैठक में दरों को स्थिर रखा तो सोने की कीमतों में कुछ स्थिरता आ सकती है।