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हरियाणा वाहन चालकों की हुई बल्ले बल्ले! दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के फरीदाबाद-हरियाणा सेक्शन पर वाहन का फर्राटा भरना शुरू, जानिए खासियतें 

भारत के विकास में हाईवे और एक्सप्रेस-वे (New Expressway) का निर्माण एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। हाल ही में दिल्ली और मुंबई के बीच यातायात को आसान बनाने के उद्देश्य से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) का 24 किलोमीटर का सेक्शन फरीदाबाद और हरियाणा में जनता के लिए खोला गया है। इस नए एक्सप्रेस-वे के खुलने से दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR News) और अन्य बड़े शहरों के बीच यात्रा तेज, सुगम, और सुरक्षित हो गई है।
 
Delhi-Mumbai Expressway

Delhi-Mumbai Expressway: भारत के विकास में हाईवे और एक्सप्रेस-वे (New Expressway) का निर्माण एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। हाल ही में दिल्ली और मुंबई के बीच यातायात को आसान बनाने के उद्देश्य से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) का 24 किलोमीटर का सेक्शन फरीदाबाद और हरियाणा में जनता के लिए खोला गया है। इस नए एक्सप्रेस-वे के खुलने से दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR News) और अन्य बड़े शहरों के बीच यात्रा तेज, सुगम, और सुरक्षित हो गई है।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे दिल्ली-आगरा मार्ग (Delhi Agra Route) को जोड़ता है, जिससे यात्रियों के लिए फ़रीदाबाद से यात्रा करना आसान हो जाता है। हाईवे 1,729 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। एक्सप्रेसवे से दिल्ली सीमा पर मीठापुर तक केली बल्लभगढ़ गांव के लोगों को काफी राहत मिलेगी।

ट्रैफिक समस्या का समाधान

एक्सप्रेस-वे के नए सेक्शन के खुलने का मुख्य उद्देश्य नेशनल हाईवे 19 (NH-19) पर भारी ट्रैफिक को डायवर्ट करना है। इससे ट्रैफिक की समस्या में कमी आएगी और यात्रियों को बिना जाम के आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा। यह नया सेक्शन फरीदाबाद, हरियाणा के निवासियों के लिए वरदान साबित हो रहा है, क्योंकि इससे यात्रा समय में कमी आई है और प्रदूषण में भी कमी की संभावना है।

एक्सप्रेस-वे के इस्तेमाल से जुड़ी कुछ मुख्य बातें  

एक्सप्रेस-वे पर अधिकतम गति सीमा 120 किमी/घंटा रखी गई है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है। एक्सप्रेस-वे पर 6 एंट्री और एग्जिट पॉइंट हैं, जिससे यात्रियों को प्रवेश और निकास में आसानी होती है।  एक्सप्रेस-वे के किनारे सर्विस रोड का निर्माण किया गया है, जो स्थानीय यात्रियों के लिए भी लाभकारी है।

प्रतिदिन लगभग 50,000 गाड़ियां 

इस एक्सप्रेस-वे पर प्रतिदिन लगभग 50,000 से अधिक गाड़ियों की क्षमता है। इस परियोजना के सफल होने पर देश के अन्य हिस्सों में भी इस प्रकार की योजनाओं का विस्तार किया जा सकता है। इससे न केवल ट्रैफिक प्रबंधन में सुधार होगा, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।