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Jewar Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सटे 6 गांवों की 1200 हेक्टेयर जमीन का हुआ अधिग्रहण,  Noida Authority क्या करेगी इस जमीन का? जानें 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण जेवर में अपने दूसरे चरण में प्रवेश कर चुका है। नोएडा एयरपोर्ट का भूमि अधिग्रहण अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। हाल ही में, जिले के छह गांवों - स्न्हेरा, कुरैब, करौली बांगर, दयानतपुर, वीरमपुर, और मुढरह की कुल 1181.2793 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया।  
 
Jewar Airport

Jewar Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण जेवर में अपने दूसरे चरण में प्रवेश कर चुका है। नोएडा एयरपोर्ट का भूमि अधिग्रहण अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। हाल ही में, जिले के छह गांवों - स्न्हेरा, कुरैब, करौली बांगर, दयानतपुर, वीरमपुर, और मुढरह की कुल 1181.2793 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया।  

जिले के अधिकारियों ने इस भूमि का कब्जा 29 नवंबर 2024 को लिया और इसे यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) को हस्तगत कर दिया। यह अधिग्रहण उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 के तहत किया गया।

कब्जा किए गए गांवों में स्न्हेरा, कुरैब, करौली बांगर, दयानतपुर, वीरमपुर, मुढरह शामिल हैं। कब्जा की गई भूमि 14.0169 हेक्टेयर है।  जेवर में बनने वाला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के लिए एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा साबित होगा। इससे यातायात और परिवहन की स्थिति में सुधार होगा और एक नए आर्थिक अवसर का द्वार खुलेगा।

इस एयरपोर्ट के निर्माण से गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली के नागरिकों को भी सुविधा मिलेगी। वहीं, दिल्ली जाने के रास्ते भी सरल हो जाएंगे। एयरपोर्ट के पहले चरण की तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं, और विमानों का ट्रायल 30 नवंबर 2024 से शुरू होने वाला है।

नोएडा शहर में एक और महत्वपूर्ण बदलाव आने वाला है। डीएनडी फ्लाईओवर से महामाया फ्लाईओवर तक एलिवेटेड रोड का निर्माण प्रस्तावित है। इस रोड का निर्माण ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगा और यात्रियों को जाम से निजात दिलाएगा।

यह एलिवेटेड रोड दिल्ली से नोएडा और ग्रेटर नोएडा आने जाने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा, क्योंकि वर्तमान में डीएनडी लूप से होकर जाने वाले वाहनों में जाम की समस्या बनी रहती है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नए एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण क्षेत्रीय यातायात को बेहतर बनाएगा और इन दोनों परियोजनाओं के पूरे होने से आने वाले वर्षों में नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के नागरिकों को कई सुविधाएँ मिलेंगी।