Karwa Chauth 2024: आपका भी करवा चौथ व्रत तो जान ले शुभ मुहूर्त 2024, सामग्री लिस्ट, व्रत नियम, कथा, आरती सहित सारी जानकारी

Haryana kranti, नई दिल्ली: करवा चौथ 2024 शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, सामग्री सूची, मुहूर्त, कथा, आरती, पूजा विधि लाइव अपडेट: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, करवा चौथ का त्योहार कार्तिक कृष्ण पक्ष के चौथे दिन पड़ता है। इस वर्ष, तिथि 20 अक्टूबर को सुबह 6:46 बजे से निर्धारित की गई है और अक्टूबर को सुबह 4:16 बजे समाप्त होगी। करवा चौथ व्रत की शुरुआत सुबह सरगी से होती है। ये सरगी सूर्योदय से पहले ली जाती हैं। महिलाएं शुभ मुहूर्त में सरगी खाकर अपना व्रत शुरू करती हैं। फिर वह पूरे दिन बिना पानी के व्रत रखती है और शाम को चंद्रमा को देखकर अपना व्रत पूरा करती है। करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से लेकर रात में चंद्रोदय तक रखा जाता है।
करवा चौथ पूजा मुहूर्त 2024 (करवा चौथ पूजा मुहूर्त 2024)
करवा चौथ पूजा का शुभ समय शाम 05:46 से 07:02 बजे तक रहेगा. जबकि व्रत का समय सुबह 06:25 बजे से शाम 07:54 बजे तक रहेगा.
करवा चौथ थाली आइटम: करवा चौथ पूजा थाली आइटम की पूरी सूची
करवा चौथ 2024 पर चंद्रोदय का समय (करवा चौथ चंद्रोदय समय 2024)
करवा चौथ पर चंद्रमा शाम 7:54 बजे उदय होगा।
करवा चौथ थाली (करवा चौथ थाली सामग्री सूची)
चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए करवा चौथ की थाली तांबे की बाल्टी, फल, फूल, विवाह से संबंधित सामान, करवा माता की फोटो, सींक, करवा, छलनी, आटे का दीपक, जल, मिठाई, रोली, चंदन, कुमकुम, अक्षत, सिन्दूर है।
चौथ का व्रत कैसे करें
करवा चौथ पूजा सामग्री (करवा चौथ पूजा सामग्री)
करवा माता की तस्वीर, छलनी, कुमकुम, रोली, चंदन, फूल, जल से भरा कलश, करवा चौथ व्रत की कथा, हल्दी, चावल, मिठाई, अक्षत, कड़ाही, मिट्टी का करवा (कलश), दही, देसी घी, कच्चा दूध, मौली , चीनी, शहद, नारियल।
करवा चौथ व्रत का महत्व (करवा चौथ व्रत का महत्व)
करवा चौथ का व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। इस व्रत में करवा माता, भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान कार्तिकेय के साथ-साथ भगवान गणेश की भी पूजा की जाती है। चांद देखने के बाद महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं। इन्हें बेहद सख्त व्रत माना जाता है क्योंकि इस दिन कोई भोजन या पानी नहीं लिया जाता है। कई जगहों पर इस व्रत को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।
करवा चौथ आरती (करवा माता की आरती)
ॐ जय करवा मैया, माता जय करवा मैया
जो व्रत करे तुम्हारा, पर करो नैया
ॐ जय करवा मैया
तुम समस्त जगत की माता हो, तुम रुद्राणी हो
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्रानी
ॐ जय करवा मैया.
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी का व्रत करने वाली स्त्री
पति दीर्घायु हो सर्व कष्ट हरति।
ॐ जय करवा मैया
दुल्हन बनो, सुख-संपत्ति पाओ
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नशे
ॐ जय करवा मैया
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे
ॐ जय करवा मैया
करवा चौथ 2024 पूजा सामग्री सूची, व्रत विधि, वर्ष की थाली: यहां देखें
करवा चौथ की शाम में क्या करते हैं (करवा चौथ की शाम में क्या करते हैं)
करवा चौथ की शाम को महिलाएं एकत्रित होकर सजती-संवरती हैं और फिर फेरी की रस्म निभाती हैं। इस समारोह के दौरान महिलाएं एक घेरे में बैठती हैं और अपनी पूजा की थालियाँ एक-दूसरे की ओर बढ़ाकर पूरे घेरे में घुमाती हैं। इस दौरान एक बुजुर्ग महिला करवा चौथ की कहानी सुनाती है।
करवा चौथ पूजा-विधि (करवा चौथ पूजा विधि)
करवा चौथ की पूजा के लिए शाम के समय सभी देवताओं को एक मिट्टी की वेदी पर स्थापित करें। फिर इसमें 10 से 13 करवे रखे जाते हैं. साथ ही पूजा स्थल पर धूप, दीप, चंदन, रोली, सिन्दूर आदि एक थाली में रख लें। मंदिर में दीपक जलाएं. करवा माता के साथ भगवान शिव, भगवान पार्वती, भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश की पूजा करें। फिर करवा चौथ की कथा सुनें. फिर चंद्रमा निकलने पर चंद्रमा की पूजा करें। इस दिन चंद्रमा को छलनी से देखा जाता है और दर्शन के दौरान चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है। चंद्र दर्शन के बाद बहू अपनी सास को थाली में मिठाई, फल, फल, पैसे आदि देती है और उनका आशीर्वाद लेती है।
करवा चौथ व्रत विधि, पूजा कथा, व्रत नियम: यहां देखें
करवा चौथ पूजा मंत्र (करवा चौथ पूजा मंत्र)
करवा चौथ के दिन करवा माता, चंद्रमा, माता पार्वती, विघ्नहर्ता गणेश, कार्तिकेय और शिव की पूजा की जाती है। इसलिए करवा चौथ व्रत के दौरान उनके मंत्रों का जाप अवश्य करें।
1. माता पार्वती की पूजा का मंत्र: मुझे सौभाग्य और स्वास्थ्य प्रदान करें और मुझे परम सुख दें। मुझे संतान, धन और मेरी सभी इच्छाएँ दो।
2. गणेश पूजा मंत्र: वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा। हे प्रभु मुझे मेरे सभी कार्यों में हर समय बाधा से मुक्ति प्रदान करें
3. शिव पूजा मंत्र: ॐ नम: शिवाय
4. कार्तिकेय : मंत्र 'ॐ षण्मुखाय नम:' का जाप करना चाहिए।
5. चंद्र देव पूजा मंत्र: 'ओम सोमाय नम:' का जाप करें।
करवा चौथ पर चांद को अर्घ्य देने का मंत्र (करवा चौथ पर चांद को अर्घ्य देने का मंत्र)
करवा चौथ पर लोग कच्चे दूध, गंगा जल, अक्षत, फूल आदि से चंद्रमा को अर्घ्य देते हैं। अर्घ्य देते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
हे आकाश, समुद्र, माणिक, चंद्रमा, दाक्षायनी के स्वामी।
हे भगवान गणेश के प्रतिरूप, मेरे द्वारा अर्पित अर्घ्य स्वीकार करें
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करवा चौथ व्रत संकल्प मंत्र (करवा चौथ व्रत संकल्प मंत्र)
मैं अपने सुख, सौभाग्य, पुत्र-पौत्र तथा स्थिर श्री के लिए कर्क चतुर्थी का व्रत करती हूं