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नए नोएडा के मास्टर प्लान 2041 का खाका तैयार, जल्द होगी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू

New Noida: नए नोएडा का विकास कार्य चार चरणों में पूरा किया जाएगा जिसमें 80 गांवों को शामिल किया जाएगा। यह गांव गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले के अंतर्गत आते हैं। पहले चरण में 3165 हेक्टेयर भूमि पर विकास कार्य वर्ष 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
 
New Noida Master Plan 2041

New Noida Master Plan 2041 : नोएडा प्राधिकरण ने नए नोएडा के मास्टर प्लान 2041 को लेकर अपनी योजना पर तेजी से काम शुरू कर दिया है। सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम के नेतृत्व में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में अधिकारियों ने विभिन्न कार्यों की समीक्षा की और नए नोएडा के विकास कार्यों की दिशा तय की। इस बैठक में बताया गया कि क्षेत्र का सैटेलाइट सर्वे कराने के लिए सैटेलाइट फोटो खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर एरियल फोटो भी प्राथमिकता पर ली जा रही हैं ताकि इस क्षेत्र में आबादी, कृषि, सड़क और नहरों की स्थिति को सटीकता से मापा जा सके।

भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्यों पर सख्ती

बैठक में उपस्थित प्राधिकरण के सीईओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि नोएडा, दादरी, और गाजियाबाद के क्षेत्र को नए नोएडा के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसे "दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (डीएनजीआईआर)" के नाम से जाना जाएगा। इसका मास्टर प्लान 2041 हाल ही में उत्तर प्रदेश कैबिनेट द्वारा 18 अक्टूबर को मंजूर किया गया था। इस योजना के अनुसार, भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से शुरू किया जाएगा ताकि विकास कार्यों में कोई देरी न हो। पिछले महीने 26 अक्टूबर को हुई बोर्ड बैठक में संचालक मंडल ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके अतिरिक्त अब नए नोएडा में बिना मंजूरी के कोई भी निर्माण कार्य मान्य नहीं होगा। यदि कोई व्यक्ति बिना अनुमति के निर्माण करता है तो प्राधिकरण उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि क्षेत्र का विकास योजनाबद्ध तरीके से हो और अवैध निर्माणों को रोका जा सके।

चार चरणों में होगा विकास कार्य

नए नोएडा का विकास कार्य चार चरणों में पूरा किया जाएगा जिसमें 80 गांवों को शामिल किया जाएगा। यह गांव गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले के अंतर्गत आते हैं। पहले चरण में 3165 हेक्टेयर भूमि पर विकास कार्य वर्ष 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी प्रकार दूसरे चरण में 3798 हेक्टेयर, तीसरे चरण में 5908 हेक्टेयर और चौथे चरण में 8230 हेक्टेयर भूमि का विकास क्रमशः वर्ष 2032, 2037 और 2041 तक पूरा किया जाएगा।

सैटेलाइट और एरियल फोटो से होगा सटीक सर्वे

सर्वे के दौरान अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि सैटेलाइट फोटो के साथ ही एरियल फोटो भी ली जाएंगी। इस तकनीकी मदद से ग्राम क्षेत्रों में मौजूद आबादी, कृषि भूमि, सड़कों, नहरों, और अन्य संरचनाओं की सही स्थिति का आकलन करना संभव हो सकेगा। इससे भूमि अधिग्रहण और विकास कार्यों के लिए आवश्यक तैयारी में तेजी आएगी और अधिकारियों को योजना बनाने में सहायता मिलेगी। सर्वेक्षण कार्य की प्राथमिकता के कारण इस बात पर भी जोर दिया गया है कि सभी तस्वीरें समय पर तैयार हों और सर्वे में मिली जानकारी का उपयोग भूमि अधिग्रहण और अन्य विकास कार्यों में किया जा सके।

मास्टर प्लान 2041 के तहत नया नोएडा

अधिकारियों के अनुसार नए नोएडा क्षेत्र के मास्टर प्लान 2041 को ध्यान में रखते हुए पूरी योजना तैयार की गई है। इस मास्टर प्लान के तहत सभी विकास कार्यों का उद्देश्य क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करना, अधोसंरचना का विस्तार करना और एक स्थायी निवेश क्षेत्र विकसित करना है। इस परियोजना के तहत व्यापारिक केंद्र, आवासीय क्षेत्र और सार्वजनिक सेवाओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी। नोएडा प्राधिकरण का मानना है कि इस मास्टर प्लान से क्षेत्र में न केवल निवेश को बढ़ावा मिलेगा बल्कि आस-पास के गांवों की भी स्थिति में सुधार आएगा।

डीएनजीआईआर के तहत निवेश

डीएनजीआईआर (दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र) के अंतर्गत विकास किए जाने वाले इस क्षेत्र में निवेश के नए अवसर उत्पन्न होंगे। यह क्षेत्र लगभग 80 गांवों को शामिल करेगा, जिनमें कई प्रकार के आर्थिक और सामाजिक बदलाव देखने को मिलेंगे। अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में विकसित होने वाले नए व्यापारिक केंद्रों से लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। डीएनजीआईआर के तहत आने वाले इस नए नोएडा का विकास खास तौर पर इसलिए किया जा रहा है ताकि इसके निकटवर्ती क्षेत्रों के लोगों को आधुनिक जीवन की सभी सुविधाएं प्राप्त हो सकें। इसके साथ ही व्यापार, उद्योग, शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।

अधिकारियों ने क्या कहा?

बैठक में सीईओ डॉ. लोकेश एम के अलावा एसीईओ संजय खत्री, सतीश पाल, ओएसडी महेंद्र प्रसाद और क्रांति शेखर जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इन सभी अधिकारियों ने नए नोएडा के विकास के संबंध में अपने विचार प्रस्तुत किए और योजना को सही ढंग से लागू करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। अधिकारियों ने कहा कि यह एक लंबी प्रक्रिया होगी, जिसमें सभी कार्यों को व्यवस्थित ढंग से पूरा किया जाएगा। मास्टर प्लान 2041 के अंतर्गत विभिन्न चरणों में होने वाले कार्यों को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक संसाधनों का उपयोग किया जाएगा। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि यह परियोजना क्षेत्र में विकास की एक नई कहानी लिखेगी और इससे स्थानीय निवासियों को काफी लाभ होगा।