अब सिर्फ ढाई घंटे में पूरी होगी मेरठ से प्रयागराज की यात्रा, गंगा एक्सप्रेसवे पर 66% निर्माण कार्य हुआ पूरा

उत्तर प्रदेश में मेरठ से प्रयागराज तक की यात्रा को तेज़ और सुगम बनाने के लिए बनाई जा रही गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना (Ganga Expressway Project) अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण (Uttar Pradesh Expressway Development Authority) ने हाल ही में इसकी प्रगति रिपोर्ट जारी की है जिसके अनुसार अब तक परियोजना का 66 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। शेष 34 प्रतिशत निर्माण कार्य तय समयसीमा के अंदर पूरा कर लिया जाएगा।
594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी एक्सप्रेसवे परियोजना में से एक है। यह 594 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक जाएगा। यह परियोजना दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को उल्लेखनीय रूप से कम करेगी। जहां वर्तमान में प्रयागराज तक पहुंचने में 7 से 8 घंटे का समय लगता है वहीं एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद यह दूरी मात्र ढाई घंटे में पूरी की जा सकेगी। यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा समय को कम करेगा बल्कि आसपास के क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को भी मज़बूती देगा। इस परियोजना के अंतर्गत कुल 1314 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
नवंबर 2025 तक होगा पूरा निर्माण कार्य
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। यूपीडा ने इस परियोजना को नवंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस विशाल परियोजना में 26 अंडरपास और कई फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं। बसीरतगंज और नेवरना जैसे क्षेत्रों में फ्लाईओवर निर्माण का 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा एक्सप्रेसवे पर सड़कों के अंतिम लेयर के लिए मिट्टी भराई और डामरीकरण कार्य भी तेजी से प्रगति पर है।
यात्रियों के लिए खास सुविधाएं
गंगा एक्सप्रेसवे को यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। एक्सप्रेसवे पर 9 विशेष सुविधा केंद्र बनाए जाएंगे जहां फूड कोर्ट, पार्किंग और स्वच्छ शौचालय जैसी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा एक्सप्रेसवे पर उच्च गुणवत्ता की सड़कें और निर्धारित गति सीमा के नियम सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में मदद करेंगे।
व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
इस एक्सप्रेसवे के बनने से उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और उद्योग को नई दिशा मिलेगी। मेरठ से प्रयागराज तक के छोटे शहरों और गांवों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यह एक्सप्रेसवे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के साथ ही प्रदेश के औद्योगिक विकास में भी योगदान देगा।