शुरू हुआ जेवर एयरपोर्ट का तीसरा और चौथा चरण! 14 गांवों की 2084 हेक्टेयर भूमि का होगा अधिग्रहण

Jewar Airport: ग्रेटर नोएडा (Greater Noida News) का बहुप्रतीक्षित जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport Update) अब अपने तीसरे और चौथे चरण के विस्तार के लिए तैयार है। इस विस्तार के साथ उत्तर प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई दिशा मिल सकती है। एयरपोर्ट (Jewar Airport News) के इस विस्तार में 2084 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसके तहत 14 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा और लगभग 12 हजार परिवार प्रभावित होंगे। इस प्रक्रिया का सामाजिक प्रभाव भी ध्यान में रखा गया है और इसे लेकर पुनर्वास योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।
जेवर एयरपोर्ट का विस्तार
जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport Expansion) के तीसरे और चौथे चरण में टर्मिनल बिल्डिंग-3 और नए रनवे का निर्माण किया जाएगा। यह कदम न केवल एयरपोर्ट की क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को एक बड़ा औद्योगिक और परिवहन केंद्र बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण होगा। इस विस्तार से आने वाले यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी और एयरपोर्ट क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख हब बन सकता है।
2084 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण होगा, जिसमें से 1888 हेक्टेयर भूमि किसानों की है।14 गांवों के लगभग 12 हजार परिवारों को विस्थापन का सामना करना पड़ेगा, जिनमें से 8 हजार से अधिक परिवारों को सीधे प्रभाव पड़ेगा। नए रनवे और टर्मिनल बिल्डिंग-3 का निर्माण होगा.
भूमि अधिग्रहण
जेवर एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इससे प्रभावित होने वाले 12 हजार परिवारों के पुनर्वास और मुआवजा देने के लिए प्रशासन ने विशेष योजना बनाई है। एसआईए (सोशल इंपैक्ट असेसमेंट) की रिपोर्ट को मंजूरी मिल चुकी है.
4 हजार करोड़ रुपये का मुआवजा
जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और मुआवजे का वितरण भी किया जा चुका है। इसके तहत 1365 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण लगभग पूरा हो चुका है और 4 हजार करोड़ रुपये का मुआवजा प्रभावित किसानों को वितरित किया जा चुका है।