प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या में रिंग रोड से घटेगा ट्रैफिक जाम, जानें किस तारीख से आमजन के लिए खुल रहा

UP New Expressway: उत्तर प्रदेश के धार्मिक महत्व वाले शहरों जैसे प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या में यातायात को सुगम बनाने के लिए रिंग रोड और बाईपास परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने का कार्य हो रहा है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करना है।
खासकर महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) से पहले प्रयागराज में रिंग रोड (New Ring Road UP) का निर्माण पूरा करना प्राथमिकता है। प्रयागराज में गंगा सेतु और वायाडक्ट को छोड़कर दो रिंग रोड पैकेज पर काम चल रहा है, जहां पैकेज 2 में 35% भौतिक और 56% वित्तीय प्रगति है, जबकि पैकेज 3 में 12% और 6.5% प्रगति दर्ज की गई है। इन रिंग परियोजनाओं से शहर में यातायात सुगम होगा, जिससे नागरिकों और श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी।
इन बाईपास और रिंग रोड के निर्माण से वाहनों का दबाव कम होगा, जिससे यात्रा के समय में कमी आएगी। प्रयागराज रिंग रोड का निर्माण महाकुंभ से पहले पूरा करने की तैयारी है, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो. उत्तर प्रदेश के 13 मंडल मुख्यालयों में यातायात सुधार के लिए रिंग रोड परियोजनाएं चल रही हैं। इनमें से कुछ शहरों में काम तेजी से चल रहा है, जबकि कुछ शहरों में डीपीआर लेवल पर काम हो रहा है.
गोरखपुर और कानपुर में रिंग रोड का काम तेजी से चल रहा है। आगरा, चित्रकूट, मेरठ में भी रिंग रोड परियोजनाएं सक्रिय हैं। बस्ती में रिंग रोड परियोजना को मंजूरी दे दी गई है और काम शुरू हो गया है, जबकि अलीगढ़, देवीपाटन, झाँसी, मिर्ज़ापुर और सहारनपुर में रिंग रोड की योजना अभी तक नहीं बनी है, और उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र से इसके लिए कहा है।
रिंग रोड और बाईपास परियोजनाएं उत्तर प्रदेश के धार्मिक और आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहरों में यातायात सुधारने में अहम भूमिका निभाएंगी। खासकर महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज की तैयारियां तेजी से चल रही हैं, जिससे लाखों श्रद्धालुओं को यातायात में राहत मिलेगी।