Rules Change from 1 November : 1 नवंबर से बदलेंगे कई अहम नियम, जानें कैसे पड़ेगा आपकी जेब पर असर
बैंकों में छुट्टियों के कारण नगद लेन-देन और बैंकिंग सेवाओं में देरी हो सकती है। ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं चालू रहेंगी, लेकिन अधिक भीड़ के चलते सर्वर पर लोड बढ़ सकता है।

नवंबर का महीना कई अहम बदलाव लेकर आ रहा है जो आम जनता की रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डालेंगे। बैंकों की लंबी छुट्टियां, टेलीकॉम सेक्टर में नियमों के बदलाव, म्यूचुअल फंड में नए नियमों के लागू होने से लेकर SBI के क्रेडिट कार्ड शुल्क में वृद्धि तक, इस महीने में कई नियम बदलने जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि इन परिवर्तनों का आप पर क्या प्रभाव पड़ सकता है और कैसे यह आपके बजट को प्रभावित करेगा।
13 दिनों तक बंद रहेंगे बैंक
नवंबर में त्योहारों और विधानसभा चुनावों के कारण बैंकों में कुल 13 दिनों की छुट्टियां होंगी। ऐसे में बैंकिंग कामकाज के लिए ग्राहकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, इस दौरान आप बैंक की ऑनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो 24×7 उपलब्ध रहती हैं। यह सुविधाएं आपके जरूरी बैंकिंग कार्यों और लेन-देन में कोई बाधा नहीं आने देंगी, परंतु नकद लेन-देन और चेक क्लियरेंस जैसे कार्यों में देरी हो सकती है। छुट्टियों के दौरान यदि आपको कैश की जरूरत है तो एटीएम सेवाओं पर ही निर्भर रहना होगा, ऐसे में एटीएम में भीड़ होने की संभावना बढ़ सकती है।
TRAI का नया नियम: स्पैम मैसेज से मिलेगी राहत
TRAI (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) ने 1 नवंबर से टेलीकॉम सेक्टर में एक नया नियम लागू किया है, जिसके तहत JIO, Airtel और अन्य सभी टेलीकॉम कंपनियों को स्पैम मैसेज की ट्रेसिबिलिटी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बदलाव का उद्देश्य ग्राहकों को अनचाहे और फर्जी संदेशों से बचाना है। अब कंपनियों को किसी भी स्पैम या संदिग्ध नंबर को तुरंत पहचानकर ब्लॉक करना होगा। यह व्यवस्था ग्राहकों को न केवल बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें फर्जी मैसेजेस से भी छुटकारा दिलाएगी। इस नियम के लागू होने से, टेलीकॉम कंपनियां संदिग्ध संदेशों को ग्राहक तक पहुंचने से पहले ही रोक सकेंगी।
म्यूचुअल फंड के नियम: SEBI ने बढ़ाई पारदर्शिता
SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने म्यूचुअल फंड निवेशकों की सुरक्षा के लिए नए नियम लागू किए हैं जो 1 नवंबर से प्रभावी होंगे। इन नियमों के अंतर्गत, एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMCs) के कर्मचारी, उनके नॉमिनीज और करीबी रिश्तेदारों को म्यूचुअल फंड यूनिट्स में किए गए 15 लाख रुपये से अधिक के किसी भी लेन-देन की जानकारी कंपनी के अनुपालन अधिकारी को देनी होगी। इस कदम से म्यूचुअल फंड में इनसाइडर ट्रेडिंग को रोकने में मदद मिलेगी और बाजार में पारदर्शिता बढ़ेगी। SEBI के इस फैसले का असर छोटे और खुदरा निवेशकों की सुरक्षा पर पड़ेगा और उन्हें निवेश के प्रति अधिक विश्वास मिलेगा।
SBI क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए नए नियम
1 नवंबर से देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), अपने क्रेडिट कार्ड पर कुछ नए नियम लागू करने जा रहा है। इसमें विशेषकर अन-सिक्यॉर्ड कार्ड्स के उपयोग पर फाइनेंस चार्जेज में वृद्धि शामिल है। अब हर महीने इन कार्ड्स पर 3.75% फाइनेंस चार्ज का भुगतान करना होगा। इसके अलावा, बिजली, पानी, और गैस जैसी यूटिलिटी सर्विसेज में 50,000 रुपये से ज्यादा के बिल पेमेंट्स पर 1% अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा। इस बदलाव का सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा, जो SBI के क्रेडिट कार्ड से नियमित यूटिलिटी बिल पेमेंट करते हैं।
1 नवंबर को बदलेंगे CNG, PNG और ATF के दाम
हर महीने की पहली तारीख को ऑयल मार्केटिंग कंपनियां CNG, PNG और हवाई ईंधन (ATF) की कीमतों में संशोधन करती हैं। पिछले कुछ महीनों से हवाई ईंधन के दाम में कटौती देखने को मिली है, और उम्मीद की जा रही है कि नवंबर में भी यह राहत जारी रह सकती है। यह बदलाव आम लोगों के साथ-साथ उन लोगों को भी प्रभावित करेगा, जो हवाई यात्रा करते हैं। इसके अलावा, कमर्शियल वाहन चलाने वालों के लिए भी यह राहत भरी खबर हो सकती है, क्योंकि सीएनजी की कीमतों में गिरावट का सीधा असर उनकी परिवहन लागत पर पड़ेगा।
LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव
हर महीने की शुरुआत में LPG सिलेंडर की कीमतों में भी संशोधन किया जाता है। इससे घरेलू उपयोगकर्ताओं को या तो राहत मिल सकती है या बढ़ती कीमतों का बोझ उठाना पड़ सकता है। हालांकि, त्योहारों के समय इस बार कीमतों में कटौती की उम्मीद है, ताकि लोगों को कुछ राहत मिल सके। यदि कीमतों में कमी आती है, तो यह आम जनता के बजट पर सकारात्मक असर डाल सकता है।