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School Holiday: 9 दिसंबर तक छोटे बच्चों की छुट्टी घोषित, ऑनलाइन लगाई जाएगी क्लास, जानें 

 
 
Schools Closed

Haryana Kranti, नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में इस समय मौसम और सामाजिक घटनाओं का असर शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा है। मध्य प्रदेश और कर्नाटक के स्कूलों में जहां मौसम और धार्मिक आयोजनों के कारण छुट्टियां दी जा रही हैं, वहीं दिल्ली-एनसीआर में किसान आंदोलन ने स्कूलों को प्रभावित किया है। प्रशासन ने बच्चों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था की है ताकि शैक्षणिक नुकसान को रोका जा सके।

मध्य प्रदेश: बागेश्वर धाम कथा के कारण स्कूल बंद

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की करैरा तहसील में 2 दिसंबर से 9 दिसंबर तक स्कूल बंद रहेंगे। यहां बागेश्वर धाम के पीठाधीश पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के चलते आज से कलश यात्रा की शुरुआत हो गई है। कार्यक्रम के दौरान करैरा में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है, जिससे स्कूल बसें भी नहीं चलेंगी। बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसलिए ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था की गई है।

कर्नाटक: फेंगल तूफान का कहर, स्कूल बंद

कर्नाटक में फेंगल तूफान के चलते भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मैसूर जिले में रविवार से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण सोमवार और मंगलवार को स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ियों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। बेंगलुरु में भी बारिश का असर देखने को मिल रहा है, जहां कुछ इलाकों में स्कूल बंद हैं। प्रशासन ने अभिभावकों से स्कूल की स्थिति जानने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

दिल्ली-एनसीआर: किसान आंदोलन से प्रभावित स्कूल

2 दिसंबर को दिल्ली और नोएडा के स्कूलों में अचानक छुट्टी घोषित करनी पड़ी। किसान आंदोलन के कारण दिल्ली-नोएडा के बीच ट्रैफिक एडवाइजरी जारी हुई, जिससे भारी जाम की स्थिति पैदा हो गई। प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए ज्यादातर स्कूलों को बंद कर दिया। हालांकि, 3 दिसंबर से यहां स्कूल फिर से खुल चुके हैं।

ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प

इन घटनाओं के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसलिए स्कूलों ने ऑनलाइन मोड अपनाया है। माता-पिता को सलाह दी जा रही है कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस की जानकारी स्कूल प्रशासन से लेते रहें।

आगे की स्थिति पर नजर

मध्य प्रदेश और कर्नाटक में कब तक स्थिति सामान्य होगी, यह फिलहाल कहना मुश्किल है। मौसम विभाग की ताजा चेतावनी और धार्मिक आयोजनों की अवधि के अनुसार ही स्कूलों के खुलने की तारीख तय होगी। प्रशासन ने सुरक्षा और शैक्षणिक व्यवस्था को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है।