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फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे के सर्वे का काम पूरा, वाहन चालकों को जल्द मिलेगी जाम से राहत

लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप संधू के अनुसार, एक्सप्रेसवे के सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है। नोएडा स्थित एमएसवी कंपनी ने इस परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की है।
 
Faridabad-Noida-Ghaziabad Expressway

Faridabad-Noida-Ghaziabad Expressway: एनसीआर क्षेत्र के फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद के निवासियों के लिए राहत भरी खबर है। लंबे समय से प्रतीक्षित फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे (FNG Expressway) परियोजना का सर्वेक्षण कार्य लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा पूरा कर लिया गया है। एफएनजी के नए डिज़ाइन के तहत तीन अलग-अलग मार्गों की पहचान की गई है, जिनमें से एक को जल्द ही चयनित कर निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा।

एफएनजी का सर्वे पूरा

लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप संधू के अनुसार, एक्सप्रेसवे के सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है। नोएडा स्थित एमएसवी कंपनी ने इस परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की है। डीपीआर में तीन संभावित मार्गों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें सरकार की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद, किसी एक मार्ग पर निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा।

यमुना नदी पर 600 मीटर लंबे पुल का निर्माण

फरीदाबाद और नोएडा के बीच की यात्रा को आसान बनाने के लिए यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। इस पुल की निर्माण लागत का 50-50 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारें साझा करेंगी। यह पुल छह लेन का होगा और अनुमानित लागत 150 से 200 करोड़ रुपये तक हो सकती है। पुल के दोनों ओर के क्षेत्रों में संपर्क मार्ग (Approach Road) भी बनाए जाएंगे, जिसकी लागत संबंधित राज्यों के प्राधिकरण उठाएंगे।

फरीदाबाद में एक्सप्रेसवे के लिए 9 किलोमीटर लंबा मार्ग

फरीदाबाद में एक्सप्रेसवे का नौ किलोमीटर लंबा मार्ग तैयार किया गया है, जिसके लिए पीडब्ल्यूडी ने नया रूट डिजाइन किया है। इस रूट की शुरुआत ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-88 स्थित एक निजी अस्पताल के पास से होगी, जो खेड़ी कलां गांव होते हुए यमुना नदी के किनारे लालपुर में पहुंचेगा। इसके बाद इस पुल के माध्यम से नोएडा के मंगरोली गांव से इसे जोड़ दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री के निर्देशन में हुआ समीक्षा कार्य

प्रदेश सरकार ने इस परियोजना को अपने फ्लैगशिप प्रोजेक्ट में शामिल किया है। वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस परियोजना को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी, जिसमें उन्होंने विवादों का शीघ्र निपटारा कर काम शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने संभावित रूट का निरीक्षण किया और पुल निर्माण के लिए स्थान चिन्हित किया।

एफएनजी का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

एफएनजी परियोजना को वर्ष 1998 में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के क्षेत्रीय योजना में सम्मिलित किया गया था, और फरीदाबाद नगर निगम द्वारा सुझाए गए 2011 के मास्टर प्लान में इसका उल्लेख किया गया। हालांकि, कुछ विवादों के कारण इस योजना को स्थगित कर दिया गया था। 2015 में इसे पुनः आरंभ करने की योजना बनी, लेकिन अब तक यह शुरू नहीं हो सका।

मौजूदा सड़क पर ट्रैफिक की समस्या से मिलेगी निजात

फरीदाबाद से नोएडा जाने के लिए आगरा नहर के साथ बने मौजूदा मार्ग पर जाम की समस्या आम है। दिल्ली की ओर से नोएडा जाने के लिए वाहन चालकों को घंटों ट्रैफिक में फंसना पड़ता है, जिससे लोग काफी परेशान होते हैं। मेट्रो से भी नोएडा पहुंचने में कम से कम एक घंटा लग जाता है। लोक निर्माण विभाग ने इस समस्या का समाधान करते हुए एफएनजी एक्सप्रेसवे की डीपीआर बनाई है, जिसमें तीन अलग-अलग मार्गों को प्रस्तावित किया गया है।

परियोजना से लाखों लोगों को मिलेगा लाभ

पीडब्ल्यूडी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, एफएनजी एक्सप्रेसवे के बन जाने से दिल्ली के रास्ते गाजियाबाद, नोएडा, और फरीदाबाद के बीच यात्रा करने वाले लाखों लोगों को राहत मिलेगी। शहर से रोजाना एक लाख से अधिक लोग नौकरी और अन्य कार्यों के लिए नोएडा और गाजियाबाद की ओर जाते हैं। यह एक्सप्रेसवे लोगों को एक नया विकल्प देगा और समय व यातायात की परेशानियों से राहत प्रदान करेगा।