इन गांवों की किस्मत को लगेंगे चार चाँद! जेवर एयरपोर्ट के पास Noida Authority बसाएगी नए औद्योगिक सेक्टर, जमीन अधिग्रहण के लिए सर्वे शुरू

Jewar Airport: ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) क्षेत्र में औद्योगिक विकास की रफ्तार अब और तेज होने वाली है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के पास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर औद्योगिक सेक्टर विकसित करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) ने अपनी योजनाओं को गति दे दी है। इस विकास की प्रक्रिया में एयरपोर्ट (Jewar Airport) से सटे गांवों में किसानों से जमीन खरीदी जाएगी, और साथ ही 130 मीटर चौड़ी सड़क के किनारे औद्योगिक क्षेत्र बनाए जाएंगे।
एयरपोर्ट से सटे क्षेत्रों में नए औद्योगिक सेक्टर की योजना
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने औद्योगिक विकास के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इसकी प्रमुख योजनाओं में जमीन खरीदने के लिए किसानों से बातचीत और एयरपोर्ट से सटे क्षेत्रों में नए औद्योगिक सेक्टर विकसित करना शामिल है। प्राधिकरण ने किसानों से सीधे जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
किसानों की जमीन खरीद का कितना मिलेगा मुआवजा?
दस से अधिक गांवों में जमीन के सर्वेक्षण के लिए लेखपालों को नियुक्त किया गया है। किसानों को मुआवजे के रूप में 4125 रुपये प्रति वर्ग मीटर दिए जा रहे हैं, जबकि बाजार भाव 15,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर है, जिसके कारण किसानों में निराशा है।
अंतरराष्ट्रीय कंपनियां निवेश करने के लिए तैयार
अगले साल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हवाई यात्रा की शुरुआत होने जा रही है, जिससे इस क्षेत्र में औद्योगिक निवेश की संभावनाएं और बढ़ गई हैं। एयरपोर्ट के पास उद्योगों के लिए जमीन की उपलब्धता से निवेशकों को आकर्षित किया जा सकेगा। इसके अलावा, इस क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां निवेश करने के लिए तैयार हैं, लेकिन प्राधिकरण के पास जमीन की कमी थी।
130 मीटर चौड़ी सड़क
प्राधिकरण ने 130 मीटर चौड़ी सड़क के किनारे औद्योगिक सेक्टर विकसित करने का निर्णय लिया है। यह सड़क ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ने का कार्य करेगी।
प्राधिकरण खरीदेगा 500 हेक्टेयर जमीन
प्राधिकरण 500 हेक्टेयर जमीन खरीदने की योजना बना रहा है, जिससे आगामी परियोजनाओं के लिए लैंडबैंक तैयार किया जा सके। हालांकि, किसानों से मुआवजे के बारे में असहमति है। किसानों की मांग है कि उन्हें बाजार दर के हिसाब से अधिक मुआवजा मिले, जो कि अभी प्राधिकरण द्वारा निर्धारित दर से कहीं अधिक है।