गोरखपुर से लखनऊ के बीच चौथी रेल लाइन बिछाने वाली परियोजना को हरी झंडी, देखें परियोजना की पूरी जानकारी
पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर से लखनऊ के बीच चौथी रेल लाइन बिछाने को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना माल गाड़ी की क्षमता बढ़ाने और आय में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण है। रेल मंत्रालय की स्वीकृति के बाद, गोण्डा से बुढ़वल सेक्शन के बीच पहले चरण का सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है, जो अगले दो महीने में पूरा होने की उम्मीद है।
Sep 19, 2024, 18:08 IST

Haryana Kranti, New Delhi: पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर से लखनऊ के बीच चौथी रेल लाइन बिछाने को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना माल गाड़ी की क्षमता बढ़ाने और आय में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण है। रेल मंत्रालय की स्वीकृति के बाद, गोण्डा से बुढ़वल सेक्शन के बीच पहले चरण का सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है, जो अगले दो महीने में पूरा होने की उम्मीद है।
गोण्डा-बुढ़वल सेक्शन के बीच सर्वेक्षण की शुरुआत हो चुकी है। सर्वेक्षण पूरा होने के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाई जाएगी। चौथी लाइन के बिछने से यात्री ट्रेनों की गति और क्षमता में सुधार होगा।
छपरा से बाराबंकी के बीच तीसरी रेल लाइन का काम भी चल रहा है। गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों की लोड कम होने से बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा रेलमार्ग पर ट्रेनें तेज गति से चल सकेंगी।
गोरखपुर-लखनऊ के बीच चौथी रेल लाइन का निर्माण न केवल मालगाड़ियों के संचालन को बेहतर करेगा, बल्कि यात्रियों के लिए सुविधाएं भी बढ़ाएगा। यह परियोजना रेल यातायात को सुगम बनाने और समय पर ट्रेनों के संचालन में मदद करेगी.
गोण्डा-बुढ़वल सेक्शन के बीच सर्वेक्षण की शुरुआत हो चुकी है। सर्वेक्षण पूरा होने के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाई जाएगी। चौथी लाइन के बिछने से यात्री ट्रेनों की गति और क्षमता में सुधार होगा।
छपरा से बाराबंकी के बीच तीसरी रेल लाइन का काम भी चल रहा है। गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों की लोड कम होने से बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा रेलमार्ग पर ट्रेनें तेज गति से चल सकेंगी।
गोरखपुर-लखनऊ के बीच चौथी रेल लाइन का निर्माण न केवल मालगाड़ियों के संचालन को बेहतर करेगा, बल्कि यात्रियों के लिए सुविधाएं भी बढ़ाएगा। यह परियोजना रेल यातायात को सुगम बनाने और समय पर ट्रेनों के संचालन में मदद करेगी.