बिहार में सफर होगा बेहद सुहाना! गांवों की पटना तक पहुँच होगी आसान, जानें नीतीश कुमार का एक्सप्रेसवे प्लान

Haryana Kranti, पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में चार नए राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना की समीक्षा की। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बिहार के विभिन्न जिलों को जोड़ते हुए लोगों को पटना तक पहुंचाने में मदद करना है। यह एक महत्वपूर्ण पहल है जिससे बिहार में परिवहन सुविधाओं को नया आयाम मिलेगा। इस परियोजना में बिहार के जमुई और बांका जिलों से होते हुए पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगुसराय और लखीसराय जैसे जिलों को शामिल किया जाएगा। इस कार्य के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू की जाएगी।
रक्सौल-हल्दिया हाईवे की विशेषताएँ
इस समय रक्सौल-हल्दिया हाईवे का भी दोबारा निरीक्षण किया गया। यह हाईवे हल्दिया बंदरगाह से जुड़ने के लिए आवश्यक है। इसके निर्माण का मुख्य स्थान नेपाल की सीमा पर रक्सौल में अंतरराष्ट्रीय चौकी के पास होगा। इस हाईवे की कुल लंबाई 702 किमी है जिसमें से 367 किमी हिस्सा बिहार में आएगा। इस हाईवे में सारण, वैशाली, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया जैसे जिले शामिल हैं। इसके लिए 100 मीटर जमीन खरीदी जाएगी।
बोधगया-राजगीर कनेक्टिविटी
इसके अलावा, दरभंगा में बोधगया-राजगीर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए अमस एक्सप्रेसवे पर एक 4-लेन सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 45 फुट चौड़ा भूखंड खरीदा जाएगा। यह योजना राज्य में यातायात को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
अन्य राजमार्गों का निर्माण
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में अन्य दो राजमार्गों के निर्माण पर भी चर्चा की गई। इसमें पटना रिंग रोड पर प्रस्तावित दिघवारा पुल से लेकर पूर्णिया तक सड़क का निर्माण शामिल है। यह हाईवे 250 किलोमीटर लंबा होगा और यह भी बिहार के कई जिलों को जोड़ता है।
आठ जिलों को कवर करने वाला संशोधित राजमार्ग
संशोधित राजमार्ग में बिहार के आठ जिलों को शामिल किया गया है। इसमें पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जैसे जिले शामिल हैं। इस 600 किमी लंबे हाईवे का 415 किमी हिस्सा बिहार में होगा, जिसके लिए भी 100 मीटर जमीन खरीदी जाएगी।
परियोजनाओं की लागत
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चार प्रमुख परियोजनाओं की दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने बताया कि 1575 किलोमीटर हाईवे सड़कों के निर्माण पर कुल 84 हजार 734 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है। इसमें बिहार में सड़कों की लंबाई 1063 किलोमीटर होगी, जिस पर 59,173 करोड़ रुपये खर्च होंगे।