हरियाणा वालों को इस नए एक्सप्रेसवे से मिलेगा आनंद, 4 घंटे में पूरी हो जाएगी 405 किलोमीटर की दूरी

भारत में सड़क नेटवर्क के विस्तार और उन्नति की दिशा में काम तेजी से चल रहा है। देश के बड़े-बड़े शहरों को जोड़ने वाले नए हाईवे और एक्सप्रेसवे न केवल सफर को आरामदायक बना रहे हैं बल्कि समय भी बचा रहे हैं। दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे (Delhi-Amritsar-Katra Expressway) इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण परियोजना है। हरियाणा में इसका 113 किलोमीटर लंबा हिस्सा तैयार हो चुका है।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
दिल्ली से अमृतसर की 405 किलोमीटर की दूरी जो पहले 8 घंटे में तय होती थी अब इस एक्सप्रेसवे की मदद से सिर्फ 4 घंटे में पूरी होगी। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्सों को जोड़ेगा। साथ ही माता वैष्णो देवी यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए कटरा तक का सफर बेहद आसान और तेज हो जाएगा।
हरियाणा में तैयार हुआ 113 किलोमीटर लंबा खंड
इस एक्सप्रेसवे का हरियाणा में 113 किलोमीटर लंबा हिस्सा पूरा हो चुका है। यह खंड सोनीपत जिले के कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे से शुरू होता है और कैथल जिले से होते हुए पंजाब सीमा में प्रवेश करता है। इसे दिवाली के बाद किसी भी समय जनता के लिए खोला जा सकता है। इस खंड के खुलने से दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कई शहरों के बीच यातायात की सुविधा में बढ़ोतरी होगी।
669 किलोमीटर लंबा है एक्सप्रेसवे
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा बनाए जा रहे दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 669 किलोमीटर है। इसका निर्माण कई चरणों में हो रहा है। हरियाणा में इस प्रोजेक्ट का 113 किलोमीटर हिस्सा पूरा हो चुका है, जो पूरे प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
हरियाणा में एक्सप्रेसवे का रूट
हरियाणा में यह एक्सप्रेसवे कई शहरों और कस्बों से होकर गुजरेगा। इसका रूट कुछ इस प्रकार रहेगा:
सोनीपत जिले में लाखन-माजरा और गोहाना
रोहतक में हसनगढ़, सांपला और खरखौदा
झज्जर में जसौर खेड़
जींद और असंध
नरवाना और कैथल
वैष्णो देवी यात्रा होगी तेज और आसान
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे बनने के बाद दिल्ली से कटरा का सफर बेहद आसान हो जाएगा। अब इस सड़क मार्ग से श्रद्धालु 6-7 घंटे में कटरा पहुंच सकते हैं। इसके मुकाबले ट्रेन से यह दूरी तय करने में 12-13 घंटे लगते हैं। निजी वाहन से यात्रा करने वाले श्रद्धालु इस समय को आधा कर सकते हैं जिससे वैष्णो देवी यात्रा अधिक सुविधाजनक हो जाएगी। यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रियों के समय की बचत करेगा बल्कि दिल्ली और पंजाब के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा। व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ यह परियोजना स्थानीय रोजगार सृजन में भी मददगार होगी।