5 राज्यों को हाई-स्पीड कनेक्टिविटी देगा यह एक्सप्रेसवे! इन क्षेत्रों में जमीनों के दाम छुएंगे आसमान

Expressway: भारत में सड़क परिवहन नेटवर्क का लगातार विस्तार हो रहा है, और इसमें हाल ही में शुरू हुआ अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण पहल है। यह 6 लेन वाला हाईवे भारतीय परिवहन की दुनिया में एक क्रांतिकारी बदलाव लेकर आया है। इस एक्सप्रेसवे का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 जुलाई 2023 को लोकार्पण किया था। यह भारत माला परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पूरे देश को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ना है। यह एक्सप्रेसवे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के प्रमुख शहरों के बीच यात्रा को तेज करेगा, खासकर पंजाब से गुजरात के रास्ते में।
यह एक्सप्रेसवे विशेष रूप से राजस्थान के लिए फायदेमंद साबित होगा, क्योंकि इसका 45% हिस्सा राज्य के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर और बाड़मेर जिलों से होकर गुजरता है। इसके शुरू होने के बाद इन क्षेत्रों की आर्थिक स्थिति में बुनियादी बदलाव आएगा। खासकर राजस्थान के ग्रामीण और औद्योगिक इलाकों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा।
उन्नत ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम ट्रैफिक की निगरानी और नियंत्रण में मदद करेगा।इलेक्ट्रॉनिक टोल प्लाजा सुविधा के माध्यम से वाहन जितनी दूरी तय करेंगे, उतना ही टोल लिया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे बठिंडा, बाड़मेर और जामनगर की तेल रिफाइनरी को आपस में जोड़ता है, जो व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
एक्सप्रेसवे के मार्ग में गुरुनानक थर्मल प्लांट बठिंडा और थर्मल पॉवर प्लांट सूरतगढ़ भी पड़ते हैं। यह एक्सप्रेसवे 7 प्रमुख पोर्ट्स, 8 बड़े एयरपोर्ट्स और डिफेंस एयर स्ट्रिप्स को आपस में जोड़ेगा, जिससे इन क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। अमृतसर से जामनगर तक का सफर अब केवल 12 घंटे में पूरा किया जा सकेगा, जबकि पहले यह 23 घंटे का था।
यह एक्सप्रेसवे न केवल राजस्थान के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा, बल्कि इससे 5 राज्यों – हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और गुजरात के बीच सीधी कनेक्टिविटी स्थापित होगी। यह गुजरात के कांडला पोर्ट और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों के लिए बहुत लाभकारी होगा। इसके साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि अमृतसर, बीकानेर, जोधपुर, बाडमेर और कच्छ जैसे शहर अब एक हाई-स्पीड कनेक्टिविटी से जुड़ेंगे।