Movie prime

राज्य के 12 जिलों की किस्मत लिखेगा यह एक्सप्रेसवे! जाम होगा छूमंतर, सरपट दौड़ेंगी गाड़ियां, जानें कब खुलेंगे इसके गेट 

भारत में एक्सप्रेसवे और हाईवे के विकास से न केवल यात्रा का समय कम हो रहा है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिल रही है। इन एक्सप्रेसवे के माध्यम से व्यापार, परिवहन, और यात्री सेवा में सुधार हो रहा है। देश के विभिन्न शहरों को जोड़ने के लिए कई लंबी दूरी के एक्सप्रेसवे बनाए गए हैं, जिनमें से कुछ तो लाखों किलोमीटर तक फैले हुए हैं।
 
Expressway News

Expressway News: भारत में एक्सप्रेसवे और हाईवे के विकास से न केवल यात्रा का समय कम हो रहा है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिल रही है। इन एक्सप्रेसवे के माध्यम से व्यापार, परिवहन, और यात्री सेवा में सुधार हो रहा है। देश के विभिन्न शहरों को जोड़ने के लिए कई लंबी दूरी के एक्सप्रेसवे बनाए गए हैं, जिनमें से कुछ तो लाखों किलोमीटर तक फैले हुए हैं। आज हम आपको भारत के 5 सबसे लंबे एक्सप्रेसवे के बारे में जानकारी देंगे। 

1. गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे
 
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जिसकी लंबाई 700 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। 6 लेन वाला यह एक्सप्रेसवे 8 घंटे में लंबी दूरी तय कराएगा और महत्वपूर्ण शहरों जैसे लखनऊ, मुरादाबाद, बरेली, मेरठ, सहारनपुर, और मुजफ्फरनगर को आपस में जोड़ने में मदद करेगा।

2. गंगा एक्सप्रेसवे

गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर है और यह मेरठ से प्रयागराज तक फैला हुआ है। इस एक्सप्रेसवे के खुलने से यात्रा का समय 8 घंटे से घटकर सिर्फ 4-5 घंटे रह जाएगा। इसके द्वारा यूपी के 12 जिलों को जोड़ा जाएगा। 

3. यमुना एक्सप्रेसवे
 
यमुना एक्सप्रेसवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रमुख एक्सप्रेसवे है, जो दिल्ली को आगरा से जोड़ता है। इसकी लंबाई 165 किलोमीटर है और यह यात्री सेवा को बेहतर बनाने में मदद करता है। इस एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते हुए आगरा से दिल्ली तक का सफर आसानी से और जल्दी तय किया जा सकता है।  

4. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
 
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है, जिसकी कुल लंबाई 340 किलोमीटर है। यह लखनऊ को गाजीपुर से जोड़ता है और इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा। 

5. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
 
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की लंबाई 296 किलोमीटर है और यह चित्रकूट जिले से शुरू होकर इटावा जिले तक जाता है। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी देगा और विकास को पंख लगाने का काम शानदार तरीके से करेगा।