बिहार के इन शहरों में आवागमन होगा सुकून से भरा! वाहन चालकों के सफर को फर्राटेदार बनाएगा यह एक्सप्रेसवे, 2026 में बनकर होगा तैयार

Varanasi-Kolkata Expressway: भारत सरकार की भारतमाला परियोजना (Bharatmala Project) के तहत एक नया और महत्वपूर्ण ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) बन रहा है, जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी से शुरू होकर बिहार, झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल (n West Bengal News) के कोलकाता तक पहुंचेगा। इस एक्सप्रेसवे (New Expressway) का मुख्य उद्देश्य इन राज्यों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाना, यात्रा के समय को कम करना और आर्थिक विकास को गति देना है। यह परियोजना क्षेत्रीय और राष्ट्रीय कनेक्टिविटी को सुधारने के साथ-साथ स्थानीय विकास को भी बढ़ावा देगी।
वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे वाराणसी और कोलकाता के बीच यात्रा समय को 15 घंटे से घटाकर 9 घंटे कर देगा। इससे इन दोनों प्रमुख शहरों के बीच आवागमन की गति तेज होगी, और व्यापार, पर्यटन में भी तेजी आएगी। यूपी, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के प्रमुख शहरों को जोड़ने से अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। इस एक्सप्रेसवे से कृषि, उद्योग और व्यापार को नया जीवन मिलेगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से बिहार के कैमूर, औरंगाबाद, रोहतास और गया जिलों में विकास होगा।
क्या होगा एक्सप्रेसवे का रूट?
यह 610 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे यूपी से शुरू होकर बिहार में प्रवेश करेगा। फिर बिहार के कैमूर, औरंगाबाद, रोहतास और गया जिलों से गुजरते हुए झारखंड और पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेगा। इस एक्सप्रेसवे का मार्ग NH-19 (पुराना NH-12) के समानांतर होगा और यूपी के वाराणसी रिंग रोड को पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में NH-16 से जोड़ेगा।
परियोजना की समयसीमा
इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 2026 तक पूरा होने की संभावना है। इसके पूरा होने के बाद इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से इन राज्यों के बीच व्यापार, परिवहन और पर्यटन में वृद्धि होगी, और क्षेत्रीय विकास को चार चाँद लगेंगे।