UPSC Success Story: पहले प्रयास में रहे असफल, दूसरे प्रयास में दूरसंचार सेवा के लिए चयनित, तीसरे में आईपीएस और चौथे प्रयास में बनें आईएएस अधिकारी, पढ़ें PK Siddharth Ramkumar का सफर

UPSC Story: यूपीएससी (UPSC) परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा मानी जाती है, और इसे पास करना एक बड़ी उपलब्धि होती है। जहां कई उम्मीदवार पहले प्रयास में ही सफलता प्राप्त नहीं कर पाते, वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं जो कठिन परिश्रम और संकल्प से अपनी मंजिल तक पहुँचते हैं। इस कड़ी में केरल के पीके सिद्धार्थ रामकुमार (PK Siddharth Ramkumar) का नाम खास तौर पर उभरकर सामने आता है, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में दो बार सफलता प्राप्त की।
पहले प्रयास में मिली असफलता
पीके सिद्धार्थ ने 2019 में केरल यूनिवर्सिटी (Kerala University) से आर्किटेक्चर में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी। ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में उन्होंने यूपीएससी (UPSC Success Story) का पहला प्रयास किया, लेकिन वह प्रीलिम्स तक भी नहीं पहुँच पाए। हालांकि, इस असफलता से वह निराश नहीं हुए और उन्होंने अगले साल फिर से परीक्षा देने का मन बना लिया।
दूसरा प्रयास से सरकारी सेवा की शुरुआत
2021 में उन्होंने एक बार फिर यूपीएससी की परीक्षा दी और सफलता प्राप्त की। हालांकि, उनकी रैंक उस समय भारतीय सिविल सेवा की शीर्ष नौकरी के लिए पर्याप्त नहीं थी, इसलिए उन्हें भारतीय दूरसंचार सेवा (Indian Telecommunication Service) में नौकरी मिल गई। लेकिन उनका लक्ष्य अभी भी सिविल सेवा की शीर्ष नौकरी यानी आईएएस (IAS) प्राप्त करना था।
तीसरा प्रयास में आईपीएस के लिए चयनित
2022 में उन्होंने यूपीएससी का तीसरा प्रयास किया और इस बार उनकी मेहनत रंग लाई। उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए चयनित किया गया। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद में स्थित आईपीएस एकेडमी में ट्रेनिंग शुरू की।
चौथा प्रयास में बनें आईएएस अधिकारी
2023 में, पीके सिद्धार्थ ने फिर से यूपीएससी परीक्षा दी और इस बार उन्होंने 121वीं रैंक के साथ सिविल सेवा परीक्षा में चौथी रैंक हासिल की। इस बार उन्हें आईएएस (IAS) अलॉट किया जा सकता था, लेकिन उन्होंने आईपीएस को प्राथमिकता दी और इसे चुना।
पीके सिद्धार्थ रामकुमार का परिवार
पीके सिद्धार्थ का परिवार भी उनके संघर्ष का एक अहम हिस्सा रहा है। उनके पिता रिटायर्ड स्कूल प्रिंसिपल हैं, जबकि उनकी मां होममेकर हैं और उनका बड़ा भाई केरल हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रहे हैं। पीके सिद्धार्थ ने अपनी परीक्षा की तैयारी के दौरान परिवार को बिना बताए अपनी यात्रा जारी रखी। यूपीएससी 2023 के परिणाम के बाद उनका परिवार चौंक गया, क्योंकि उन्होंने केरल में टॉप किया था।