हरियाणा के इन 136 गांव से होकर 350 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी बुलेट ट्रेन, किसानों को मिलेगा 5 गुना मुआवजा

Haryana Kranti, चंडीगढ़: केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी दिल्ली-अमृतसर बुलेट ट्रेन परियोजना ने एक और बड़ा कदम उठाया है। इस परियोजना के तहत पंजाब और हरियाणा के कुल 343 गांवों में ज़मीन अधिग्रहण की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर चल रही है। रिपोर्ट के अनुसार, इस 456 किलोमीटर लंबे रूट पर बनने वाले हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर से दिल्ली से अमृतसर की यात्रा का समय मात्र 2 घंटे रह जाएगा।
बुलेट ट्रेन की विशेषताएं:
रफ्तार: अधिकतम 350 किमी/घंटा, औसत गति 250 किमी/घंटा।
कुल स्टेशन: 13 स्टेशन।
यात्रा क्षमता: एक बार में 750 यात्री सफर कर सकेंगे।
रूट: दिल्ली, असौधा, रोहतक, जींद, कैथल, संगरूर, मलेरकोटला, लुधियाना, जालंधर, और अमृतसर।
पंजाब और हरियाणा में भूमि अधिग्रहण:
परियोजना के लिए हरियाणा के 136 गांव और पंजाब के 186 गांव से जमीन ली जाएगी। पंजाब में मोहाली, जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, फतेहगढ़ साहिब, कपूरथला, तरनतारन और रूपनगर जैसे जिलों में भूमि अधिग्रहण हो रहा है। किसानों को उनकी ज़मीन के बदले कलेक्टर रेट से 5 गुना अधिक मुआवजा दिया जाएगा
केंद्र सरकार का रुख और प्रोजेक्ट प्रगति:
इस प्रोजेक्ट की लागत लगभग 61,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है और अब ज़मीन अधिग्रहण के बाद निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है