एसीबी की गुरुग्राम में बड़ी कार्रवाई, 1.25 लाख रुपये की रिश्वत लेते आर्किटेक्ट और जूनियर इंजीनियर रंगे हाथों गिरफ्तार

Haryana kranti, चंडीगढ़: हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने आज गुरुग्राम जिला के एचएसआईआईडीसी आईएमटी मानेसर में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए आर्किटेक्ट दीपक और जूनियर इंजीनियर सत्यनारायण भारद्वाज को 1 लाख 25 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जब एंटी करप्शन ब्यूरो को मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई। एंटी करप्शन ब्यूरो को एक शिकायतकर्ता ने सूचना दी कि आर्किटेक्ट दीपक और जूनियर इंजीनियर सत्यनारायण भारद्वाज जो कि एचएसआईआईडीसी आईएमटी मानेसर में कार्यरत हैं बिल्डिंग प्लान को अप्रूव करने के बदले में 125000 रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं। इस शिकायत के आधार पर एसीबी की टीम ने तत्परता से जांच शुरू की और योजना बनाकर आरोपियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ने की तैयारी की।
एसीबी की टीम की कार्रवाई
आरोपियों को पकड़ने के लिए एसीबी की टीम ने पूरी सावधानी बरती और उचित योजना बनाई। 24 अक्टूबर 2024 को टीम ने मानेसर में आरोपी अधिकारियों को ₹125000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी गवाहों की उपस्थिति में पारदर्शी तरीके से की गई। इस पूरे मामले में टीम ने आवश्यक सबूत भी जुटाए हैं और जांच अभी जारी है।
रिश्वत की शिकायत पर की गई थी यह कार्रवाई
इस मामले में सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो को एक विस्तृत शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें बताया गया था कि आरोपी अधिकारियों ने बिल्डिंग प्लान को पास करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने तुरंत इसकी सूचना एसीबी को दी जिसके बाद टीम ने तथ्यों की जांच की और योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
एंटी करप्शन ब्यूरो का संदेश
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने आमजन से अपील की है कि यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी सरकारी काम करवाने के बदले रिश्वत की मांग करता है तो इसकी तुरंत सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर 1800-180-2022 और 1064 पर दें। ब्यूरो ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी शिकायतों पर निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कार्रवाई की जाएगी और रिश्वतखोरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुई FIR
गुरुग्राम पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच अभी जारी है। इस मामले में प्राप्त सभी सबूतों को ध्यान में रखते हुए अनुसंधान किया जा रहा है। एसीबी की टीम ने रिश्वत लेने की इस घटना को रोकने और आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। सरकारी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि यह कार्रवाई आम जनता को यह संदेश देने के लिए की गई है कि भ्रष्टाचार किसी भी रूप में सहन नहीं किया जाएगा और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।