हरियाणा में बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो विस्तार प्रोजेक्ट ने पकड़ी तेजी, DPR तैयार करने की प्रक्रिया शुरू, पढ़ें लैटस्ट अपडेट

Ballabhgarh to Palwal Metro: हरियाणा में मेट्रो के नेटवर्क को और विस्तार देने के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो विस्तार का काम अब गति पकड़ चुका है। इस परियोजना के तहत डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और अब उम्मीद जताई जा रही है कि इस नए रूट पर 11 नए स्टेशन बनाए जाएंगे।
मेट्रो विस्तार की योजना
हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (HMRTC) के मैनेजिंग डायरेक्टर चंद्रशेखर खरे ने जानकारी दी कि बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो विस्तार के साथ-साथ यह योजना भी बनाई गई है कि इसे कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे (KMP) और हरियाणा ऑर्बिटल रेल से जोड़ा जाएगा। हालांकि, इस योजना की सटीकता का पता डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) के पूरा होने के बाद ही चलेगा।
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर
इस प्रोजेक्ट में एक महत्वपूर्ण पहलू हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर है, जो पलवल रेलवे स्टेशन से लेकर सोनीपत में हरसाना कलां रेलवे स्टेशन तक जाएगा। यह रेल कॉरिडोर उन लोगों के लिए बेहद लाभकारी होगा जो पलवल, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर और सोनीपत जैसे क्षेत्रों में रहते हैं। इसके साथ-साथ इस परियोजना के तहत 67 गांवों की 1,665 एकड़ जमीन का अधिग्रहण भी किया गया है, जो इस प्रोजेक्ट को धरातल पर लाने के लिए आवश्यक है।
11 स्टेशन होंगे
बल्लभगढ़ से पलवल तक इस मेट्रो रूट पर करीब 11 स्टेशन बनाए जाएंगे। इससे यात्रियों को आसान और तेज परिवहन की सुविधा मिलेगी, जिससे सफर का समय भी कम होगा। यह मेट्रो रूट क्षेत्रीय विकास में अहम भूमिका निभाएगा और हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में आवागमन को और भी सुलभ बनाएगा।
पहले से जारी डिमांड
बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो विस्तार की मांग काफी समय से उठाई जा रही थी। पहले सीएम मनोहर लाल खट्टर और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों में इस परियोजना का वादा किया था। अब इस प्रोजेक्ट पर काम तेज़ी से चल रहा है और जल्द ही यह धरातल पर दिखाई देगा।
परियोजना के फायदे
इस मेट्रो रूट से यात्रियों को बल्लभगढ़ से पलवल तक के सफर में तेज़ी और आराम मिलेगा। मेट्रो विस्तार से आसपास के क्षेत्रों जैसे गुरुग्राम, नूंह, झज्जर, और सोनीपत में आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। मेट्रो के विस्तार से सड़क पर होने वाली यातायात की भीड़ कम होगी, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या में राहत मिलेगी।