Haryana New Expressway: प्रदेश वासियों को मिली नए एक्सप्रेसवे की सौगात, नई रफ्तार के साथ इन राज्यों से बढ़ेगी कनेक्टिविटी, जानें

Haryana Kranti, चंडीगढ़: भारत में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, और इसी दिशा में कई प्रमुख एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे (Delhi-Amritsar-Katra Expressway) एक ऐसा ही महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है, जो न केवल यात्रा के समय को कम करेगा बल्कि इससे संबंधित क्षेत्रों के विकास में भी तेजी आएगी। हरियाणा में इस एक्सप्रेसवे (New Expressway) का 113 किमी लंबा खंड पूरा हो चुका है, जो जल्द ही जनता के लिए खुलने वाला है।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का कुल लंबाई 669 किमी है, जो दिल्ली को अमृतसर और कटरा से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है। इसके निर्माण का उद्देश्य यात्रा के समय को कम करना और यातायात की गति को बढ़ाना है। इस एक्सप्रेसवे का हरियाणा में 113 किलोमीटर लंबा खंड पहले ही पूरा हो चुका है, जो सोनीपत के कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे से शुरू होता है और पंजाब सीमा तक जाता है।
सफर में समय की बचत
दिल्ली से अमृतसर की यात्रा पर वर्तमान में करीब 8 घंटे का समय लगता है, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद यह समय घटकर सिर्फ 4 घंटे रह जाएगा। इसके अलावा, दिल्ली से कटरा की यात्रा भी केवल 6-7 घंटे में पूरी की जा सकेगी, जबकि पहले इसके लिए 12-13 घंटे का समय लगता था।
इन शहरों को जोड़ेगा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। एक्सप्रेसवे सोनीपत, लाखन-माजरा, गोहाना, रोहतक, झज्जर, जींद, असंध और कैथल से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा को भी आसान बनाया जाएगा। लोग अब कम समय में अपने निजी वाहन से वैष्णो देवी दर्शन कर सकेंगे, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का निर्माण
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा किया जा रहा है और यह कई चरणों में पूरा हो रहा है। हरियाणा का 113 किमी लंबा हिस्सा अब पूरा हो चुका है, जिससे यह प्रोजेक्ट कई मायनों में महत्वपूर्ण बन गया है. दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही कई अन्य विकासात्मक कार्यों को भी बल मिलेगा। एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद, दिल्ली और पंजाब के बीच यात्रा की गति तेज होगी, जिससे व्यापार, पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को भी फायदा होगा।