Haryana News: हरियाणा के स्कूलों में भगवद्गीता की भी होगी पढ़ाई, इन छात्रों के सिलेबस में शामिल होंगे श्लोक

Haryana Kranti, चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 11 जनवरी 2025 को शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में कई अहम निर्णय लिए।
श्रीमद्भगवद्गीता होगी पाठ्यक्रम का हिस्सा
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत, कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए श्रीमद्भगवद्गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास और सांस्कृतिक ज्ञान का प्रसार करना है, जिससे वे संस्कारवान नागरिक बन सकें।
शिक्षकों की कमी होगी दूर
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए नई कार्ययोजना तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि आगामी शैक्षणिक सत्र में प्रदेश के किसी भी स्कूल में शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के साथ बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल को छात्र-शिक्षक अनुपात सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
कॉलेजों में स्मार्ट क्लासरूम और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
उच्चतर शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान, मुख्यमंत्री ने सभी कॉलेजों में आधारभूत सुविधाओं की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की कमी को शीघ्र दूर किया जा सके। स्मार्ट क्लासरूम के माध्यम से आईएएस, एचसीएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए व्यवस्था बनाने की रूपरेखा तैयार की जाएगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को भी बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
बुनियादी सुविधाओं पर जोर
मुख्यमंत्री ने सभी स्कूलों और कॉलेजों में पेयजल, शौचालय और साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, कॉलेज भवनों पर सौर पैनल लगाने, चारदीवारी, पानी, शौचालय की व्यवस्था और भवनों की मरम्मत संबंधी आवश्यकताओं को निरंतर सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया है।
हर बच्चे की शिक्षा पर निगरानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में पढ़ रहे हर बच्चे को ट्रैक किया जाए कि वह 12वीं कक्षा के बाद किस संस्थान में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। यदि कोई बच्चा हरियाणा से बाहर भी शिक्षा ग्रहण कर रहा है, तो उसकी भी जानकारी रखी जाए, ताकि प्रदेश का कोई भी बच्चा शिक्षा के मूलभूत अधिकार से वंचित न रहे।
वाचनालयों की स्थापना
बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पाठन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए शहरों में वाचनालय स्थापित किए जाएंगे। प्राथमिकता के आधार पर पंचकूला में एक बड़ा वाचनालय स्थापित किया जाएगा, ताकि वहां के विद्यार्थियों को चंडीगढ़ न जाना पड़े।
इन पहलों के माध्यम से हरियाणा सरकार राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता और बुनियादी ढांचे में सुधार करने के साथ-साथ छात्रों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है।