हरियाणा रोडवेज बसों की नई गाइडलाइंस, स्पीड लिमिट हुई तय, निर्धारित गति सीमा में बस चलाने के निर्देश जारी

Haryana Kranti, चंडीगढ़: हरियाणा रोडवेज की बसों की रफ्तार अब नियमों के दायरे में होगी। राज्य परिवहन विभाग ने बसों के लिए नई स्पीड लिमिट तय कर दी है। अब नेशनल हाईवे पर बसें अधिकतम 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी। अन्य सड़कों पर भी तय गति सीमा का पालन करना अनिवार्य होगा। इस निर्णय का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
इस कदम के पीछे कारण सीएम विंडो पर आई शिकायत है, जिसमें रोडवेज बसों की ओवरस्पीडिंग का मामला उठाया गया था। इसके बाद परिवहन निदेशालय ने सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को निर्देश जारी किए कि सरकारी और किलोमीटर स्कीम की बसें निर्धारित गति सीमा के भीतर ही चलें।
रोडवेज बेड़े में 4000 बसें
हरियाणा रोडवेज के पास वर्तमान में करीब 4000 बसों का बेड़ा है। इनमें से अधिकतर बसें प्रमुख शहरों और ग्रामीण इलाकों को जोड़ती हैं। रोडवेज चालक संघ के अध्यक्ष संजीव और सुधीर अहलावत ने बताया कि बसों का संचालन समय सारिणी के अनुसार होता है। हालांकि, लंबी दूरी के रूटों पर समय प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है।
चालकों ने यह भी बताया कि जब बसें अपने गंतव्य तक देरी से पहुंचती हैं, तो उनसे जवाबदेही मांगी जाती है। यही कारण है कि कई बार मजबूरी में चालक तेज गति से बस चलाने को बाध्य हो जाते हैं। ड्राइवर संदीप और सत्येंद्र ने कहा कि वर्तमान में बसों की गति पहले ही 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक सीमित है।
नए नियम और रात्रि ठहराव पर सख्ती
नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, रोडवेज के चालक और परिचालक अब एक महीने में केवल 10 बार ही किसी शहर या गांव में रात रुक सकेंगे। अगर रात्रि ठहराव 10 दिनों से अधिक होता है, तो इसके लिए महाप्रबंधक को निदेशालय और अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) से मंजूरी लेनी होगी।
मासिक ठहराव के 10 दिनों तक के बिल महाप्रबंधक द्वारा पास किए जाएंगे। इससे अधिक दिनों के लिए बिल पास करवाने का अधिकार केवल मुख्यालय को होगा। यह कदम वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
ड्राइवरों की समस्याओं पर विचार आवश्यक
चालकों ने मांग की है कि स्पीड लिमिट के साथ-साथ मार्गों पर लगने वाले समय का भी दोबारा सर्वेक्षण किया जाए। उन्होंने बताया कि कई रूटों पर समय इतना कम निर्धारित किया गया है कि चालकों को नियत समय पर पहुंचने के लिए तेज गति से बस चलानी पड़ती है।
चालक संघ ने सुझाव दिया है कि विभाग को मार्गों के लिए व्यावहारिक समय सीमा तय करनी चाहिए। इससे चालकों पर पड़ने वाले अनावश्यक दबाव को कम किया जा सकेगा और स्पीड लिमिट का बेहतर तरीके से पालन होगा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं ओवरस्पीडिंग की घटनाएं
हाल ही में हरियाणा रोडवेज की बसों की ओवरस्पीडिंग के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। इन वीडियो में बसें तय गति सीमा से तेज चलती नजर आईं। इसने न केवल यात्रियों बल्कि आम जनता के बीच भी चिंता बढ़ा दी है।
यात्रियों की सुरक्षा बनी प्राथमिकता
परिवहन विभाग के इस कदम से यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। स्पीड लिमिट का पालन होने से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। इसके अलावा, यात्री भी यात्रा के दौरान अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे।