हरियाणा के मोहित धीमान ने UPSC में हासिल किया दूसरा स्थान! परिवार ने झूमकर मनाई खुशी

Success Story: देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC (Union Public Service Commission) परीक्षा में हरियाणा (Haryana News) के कैथल जिले के मोहित धीमान (Mohit Dhiman) ने ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। उन्होंने इस परीक्षा में ऑल इंडिया स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है, जिससे न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा गांव भी गर्व महसूस कर रहा है। इस सफलता के पीछे मोहित की मेहनत, समर्पण और अनुशासन की कहानी छिपी हुई है।
मोहित धीमान की संघर्षपूर्ण यात्रा
मोहित धीमान का जन्म और पालन-पोषण हरियाणा के कलायत में हुआ। उनके माता-पिता आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे थे, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं छोड़ी। उनके पिता पहले मजदूरी किया करते थे, और राजमिस्त्री के रूप में काम करते थे।
इसके बावजूद, उन्होंने अपने बच्चों के लिए शिक्षा का महत्व समझा और अपनी सारी मेहनत इसी दिशा में लगा दी। मोहित के पिता ने खुद भी कला शिक्षक बनने के लिए कठिनाईयों का सामना किया और 2014 में सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्ति प्राप्त की। मोहित के माता-पिता की मेहनत और बलिदान ने ही उन्हें इस सफलता तक पहुंचाया।
शिक्षा की शुरुआत और UPSC की तैयारी
मोहित ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने कलायत के भारती स्कूल से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई की। उनकी अकादमिक यात्रा यहां से आगे बढ़ी और उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से फिजिक्स में बीएससी और एमएससी की डिग्री हासिल की।
बचपन में आर्थिक तंगी ने मोहित को पैसे की अहमियत समझाई। वे हमेशा किताबें खरीदने और पढ़ाई में अपना ध्यान लगाने के लिए अपनी जेब खर्च से पैसे बचाया करते थे। यही कारण था कि उन्हें कठिनाइयों में भी कभी पढ़ाई से समझौता नहीं करना पड़ा।
UPSC परीक्षा का सफर
मोहित ने UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत मेहनत की। यूपीएससी की प्री परीक्षा फरवरी में, मेंस परीक्षा जून में और इंटरव्यू दिसंबर में हुआ था। इस कठिन और लंबी परीक्षा प्रक्रिया में मोहित ने उत्कृष्टता हासिल की और पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। रिजल्ट के बाद, जब उन्होंने अपनी रैंक लिस्ट में अपना नाम देखा, तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे। उनका मानना है कि यह सफलता उनकी कड़ी मेहनत और पिता के बलिदान का फल है।
मोहित धीमान का उद्देश्य
मोहित का कहना है कि उनका उद्देश्य सिर्फ खुद की सफलता तक सीमित नहीं है। उनका मुख्य लक्ष्य देश की सेवा करना है, और वह इस उद्देश्य को लेकर UPSC परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उनका मानना है कि कर्तव्य की भावना और अनुशासन से ही किसी व्यक्ति को सफलता मिलती है।
सफलता के बाद परिवार की खुशी
मोहित की सफलता से उनका पूरा परिवार खुश है। उनके माता-पिता को गर्व है कि उन्होंने कठिन परिस्थितियों में अपने बच्चों को पढ़ाया और सफलता दिलवाई। मोहित की सफलता हर उस छात्र के लिए प्रेरणा है जो संघर्ष के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं।