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हरियाणा के विजय चौहान ने रिटायरमेंट को बनाया शानदार! हरियाणा पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल पद से रिटायर होने पर हेलिकॉप्टर से पहुंचे गाँव 

हरियाणा के बावल स्थित गांव जलालपुर के विजय सिंह चौहान (Vijay Singh Chauhan) ने नव वर्ष 2024 में एक अनोखी विदाई ली। पुलिस विभाग में हेड कॉन्स्टेबल (Head Constable) के रूप में 22 वर्षों की सेवा देने के बाद, विजय चौहान ने रिटायरमेंट के दिन हेलीकॉप्टर से अपने गांव पहुंचकर इसे यादगार बना दिया। यह दिन न केवल उनके लिए, बल्कि उनके परिवार और पूरे गांव के लिए एक खास पल बन गया।
 
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Haryana: हरियाणा के बावल स्थित गांव जलालपुर के विजय सिंह चौहान (Vijay Singh Chauhan) ने नव वर्ष 2024 में एक अनोखी विदाई ली। पुलिस विभाग में हेड कॉन्स्टेबल (Head Constable) के रूप में 22 वर्षों की सेवा देने के बाद, विजय चौहान ने रिटायरमेंट के दिन हेलीकॉप्टर से अपने गांव पहुंचकर इसे यादगार बना दिया। यह दिन न केवल उनके लिए, बल्कि उनके परिवार और पूरे गांव के लिए एक खास पल बन गया।

विजय चौहान ने 31 दिसंबर 2024 को हरियाणा पुलिस से रिटायरमेंट लिया। इस दिन को खास बनाने के लिए, उन्होंने हेलीकॉप्टर बुक करवाया और रिटायरमेंट के बाद हेलीकॉप्टर से अपने पैतृक गांव जलालपुर पहुंचे। उनके इस खास कदम ने न केवल उनके परिवार, बल्कि गांव के लोगों को भी हैरान कर दिया।

विजय चौहान ने हेलीकॉप्टर से गांव आने का फैसला अपने बच्चों की इच्छा पर लिया।हेलीकॉप्टर सुठाना गांव के सरकारी स्कूल के मैदान में उतरा, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। पुष्प वर्षा, ढोल-बाजों और उत्साह के साथ उनका स्वागत किया गया।विजय चौहान को कसौला थाना पुलिस के जवानों द्वारा भी सम्मानित किया गया।

विजय चौहान का करियर भारतीय सेना से शुरू हुआ था। उन्होंने 17 साल तक सेना में सेवा दी और 2003 में रिटायर होने के बाद हरियाणा पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के रूप में भर्ती हो गए। पुलिस विभाग में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दीं और खुफिया विभाग में विशेष कार्य किए। उन्होंने अपनी पूरी सेवा को निष्ठा, साहस और ईमानदारी से निभाया। करगिल युद्ध में अपनी वीरता के लिए वे पहले ही चर्चित थे, और बाद में हरियाणा पुलिस में रहते हुए भी उनकी सेवाएं काफ़ी सराही गईं।

जब विजय चौहान हेलीकॉप्टर से उतरे, तो वहां मौजूद सैकड़ों ग्रामीणों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। यह दृश्य एक ऐतिहासिक पल बन गया, जिसमें ढोल-बाजों के साथ विजय चौहान को उनके घर तक ले जाया गया। उनकी पत्नी संतोष देवी और परिवार के अन्य सदस्य इस पल को लेकर बेहद खुश थे।

विजय चौहान ने इस दिन को खास बनाने के लिए कहा, "यह मेरे परिवार और बच्चों का सपना था, और मैं खुश हूं कि मैंने इसे पूरा किया। मेरी रिटायरमेंट यात्रा एक नई शुरुआत है, जहां मैं अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करूंगा।" उन्होंने अपनी सेवा के दौरान मिले अनुभवों और परिवार के समर्थन का भी जिक्र किया।