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HSSC CET Exam 2025: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने सीईटी परीक्षा में कर दिए बड़े बदलाव! फटाफट जानें क्या क्या बदला 

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की तरफ से सीईटी (CET Exam 2025) परीक्षा के लिए नई अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन संशोधनों के बाद, उम्मीदवारों के लिए परीक्षा प्रणाली में कई बदलाव होंगे, जिससे परीक्षा में हिस्सा लेने वाले युवाओं के लिए यह खबर अहम साबित हो सकती है।
 
HSSC CET Exam 2025

HSSC: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की तरफ से सीईटी (CET Exam 2025) परीक्षा के लिए नई अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन संशोधनों के बाद, उम्मीदवारों के लिए परीक्षा प्रणाली में कई बदलाव होंगे, जिससे परीक्षा में हिस्सा लेने वाले युवाओं के लिए यह खबर अहम साबित हो सकती है।

आर्थिक और सामाजिक मानदंड

पहले जो 500 अंकों तक के आर्थिक और सामाजिक मानदंड दिए जाते थे, अब उन पर रोक लगा दी गई है। इसका मतलब है कि अब उम्मीदवारों को इस आधार पर अतिरिक्त अंक नहीं मिलेंगे।

10 गुना शॉर्टलिस्टिंग

पहले सीईटी पास उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए 4 गुना शॉर्टलिस्ट किया जाता था, अब इसे बढ़ाकर 10 गुना कर दिया गया है। यानी, अब विज्ञापित पदों के मुकाबले 10 गुना ज्यादा उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए बुलाए जाएंगे।

कौशल परीक्षा का मुद्दा

संशोधन के बाद, सीईटी में कम अंक पाने वाले उम्मीदवारों को कौशल परीक्षा देने का मौका नहीं मिलेगा, क्योंकि केवल उच्च अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को ही रिपीट किया जाएगा।

ग्रुप शॉर्टलिस्टिंग

यदि एक ही पद के लिए कई बार उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट होते हैं, तो ऐसे उम्मीदवारों के लिए बार-बार शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया होगी। यह विशेष रूप से ग्रुप के पदों के लिए लागू होगा, जहां एक ही पदनाम, शैक्षणिक योग्यता और तकनीकी योग्यता वाले पद होते हैं।

युवाओं के लिए नए बदलाव का असर

सीईटी परीक्षा में किए गए इन बदलावों का सीधा असर उन युवाओं पर पड़ेगा जो सीईटी परीक्षा में पास तो हो गए हैं लेकिन उच्च अंक नहीं ला सके। ऐसे उम्मीदवारों को कौशल परीक्षा का मौका नहीं मिलेगा, और केवल वे उम्मीदवार जो ज्यादा अंक प्राप्त करेंगे, वे ही दोबारा शॉर्टलिस्ट होंगे।यह बदलाव उन उम्मीदवारों के लिए निराशाजनक हो सकता है जो अपनी शैक्षणिक योग्यता और कौशल के बावजूद कम अंक प्राप्त कर पाए थे। विशेष रूप से उन युवाओं के लिए यह समस्या उत्पन्न कर सकती है, जो अपने विषय में अच्छे हैं लेकिन सीईटी परीक्षा में कम अंक ला पाए थे।

10 गुना शॉर्टलिस्टिंग का प्रभाव

अब उम्मीदवारों को 10 गुना शॉर्टलिस्ट किए जाने के फैसले के बाद, ज्यादा उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। हालांकि, यह व्यवस्था भी एक समस्या उत्पन्न कर सकती है क्योंकि एक ही उम्मीदवार को एक से ज्यादा बार शॉर्टलिस्ट किया जा सकता है। इससे उन उम्मीदवारों को नुकसान हो सकता है जो अच्छे अंक लाने के बावजूद शॉर्टलिस्ट नहीं हो पाएंगे। इससे यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि कुछ पदों पर अधिक उम्मीदवारों को मौका मिलेगा, जबकि कुछ अन्य युवा जो कम अंक लाए हैं, उन्हें मौका नहीं मिलेगा।

ग्रुप आधारित शॉर्टलिस्टिंग

एक और बड़ा बदलाव यह है कि एक समान पदनाम और शैक्षणिक योग्यता वाले पदों के लिए 10 गुना शॉर्टलिस्ट किए जाने के बजाय, उन पदों से जुड़े विभागों में उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि विभाग आधारित शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया होगी, जिससे उम्मीदवारों को उसी विभाग के पदों के लिए मौका मिलेगा।

आयोग द्वारा दी गई जानकारी

HSSC ने यह जानकारी दी है कि अब तक चार गुना शॉर्टलिस्टिंग में एक ही उम्मीदवार कई बार शॉर्टलिस्ट हुए थे, जिससे दूसरे उम्मीदवारों को अवसर नहीं मिल पा रहे थे। इसलिए, अब 10 गुना शॉर्टलिस्टिंग का निर्णय लिया गया है ताकि उम्मीदवारों को अधिक मौके मिल सकें। आयोग ने बताया कि 24220 पदों के लिए चार गुना के अनुसार 96880 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था, लेकिन 50566 उम्मीदवार ही शॉर्टलिस्ट हो पाए।