भारत की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन हरियाणा में भरेगी फर्राटा, देखें रूट मेप

Haryana Kranti, चंडीगढ़: भारत को जल्द ही अपनी पहली हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन मिलने वाली है। यह ट्रेन दिसंबर 2024 की शुरुआत में ट्रायल रन के लिए तैयार हो सकती है, जिससे भारत उन देशों की सूची में शामिल हो जाएगा जो हाइड्रोजन ट्रेनें संचालित कर रहे हैं, जैसे जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन और चीन।
भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन जींद-सोनीपत सेक्शन पर चल सकती है। इसके लिए हाइड्रोजन की आपूर्ति जिंद में स्थित 1 मेगावाट के ब्रेन इलेक्ट्रोलाइजर से की जाएगी, जो प्रतिदिन 430 किलोग्राम हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा।
हाइड्रोजन ट्रेनें हाइड्रोजन ईंधन सेल का उपयोग करती हैं, जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के संयोजन से बिजली उत्पन्न करती हैं। यह प्रक्रिया पर्यावरण के लिए बेहद फायदेमंद है क्योंकि यह ट्रेनें कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन या अन्य प्रदूषक तत्व नहीं छोड़तीं।
हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेनें प्रदूषण मुक्त होती हैं। यह डीजल ट्रेनों का बेहतर और हरित विकल्प है। हाइड्रोजन ईंधन सेल बिजली उत्पन्न करती है, जिससे धुआं या ग्रीनहाउस गैसें नहीं निकलतीं।
हाइड्रोजन ट्रेन को नीलगिरि माउंटेन रेलवे, दार्जिलिंग हिमालयन, कालका शिमला रेलवे, कांगड़ा वैली, बिलमोरा वाघई और मारवाड़ देवगढ़ मदारिया रूट पर चलाने की योजना है।