हरियाणा सरकार ने शिक्षकों को दी बड़ी राहत, अब मनपसंद स्कूल में मिलेगी पोस्टिंग, करना होगा ये काम

Haryana Kranti, चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने शिक्षकों के लिए एक बड़ी घोषणा की है, जो उनकी कार्यशैली और व्यक्तिगत संतुष्टि को बढ़ाने वाली है। राज्य में जल्द ही नई शिक्षा प्रणाली लागू होने जा रही है। इसके तहत, हरियाणा के शिक्षक अपनी पसंद के स्कूल में तबादला करवा सकेंगे। शिक्षा विभाग ने 31 मार्च 2025 तक ऑनलाइन ट्रांसफर ड्राइव को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
क्या है योजना?
मौलिक शिक्षा महानिदेशक ने हाल ही में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस बैठक में निर्देश दिए गए कि MIS और HRMS पोर्टल पर सभी शिक्षकों और गैर-शिक्षक कर्मचारियों का डेटा अपलोड किया जाए।
यदि किसी कर्मचारी का कोर्ट स्टे है, तो उसकी वर्तमान स्थिति पोर्टल पर दर्शानी होगी। एकल शिक्षक विद्यालयों में नियुक्त अध्यापकों का डाटा भी उनके पुराने स्थान से ही भरा जाएगा। यह पूरा कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
ऑनलाइन ट्रांसफर ड्राइव की प्रक्रिया
डेटा अपलोड: शिक्षकों और गैर-शिक्षक कर्मचारियों का संपूर्ण विवरण MIS पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है।
नियमित और अतिथि अध्यापकों का विवरण शामिल होगा।
विद्यार्थियों की पंजीकरण संख्या, सेक्शन, विषय और उपस्थिति का विवरण भी भरना होगा।
सत्यापन: जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों द्वारा जिलावार शिक्षकों और विद्यार्थियों की संख्या का सत्यापन किया जाएगा।
तबादला तैयारियां: निदेशालय को शिक्षकों और विद्यार्थियों की संख्या, अतिथि अध्यापकों और HKRN के माध्यम से कार्यरत शिक्षकों का विवरण भेजा जाएगा।
पसंद का स्कूल: इसके आधार पर शिक्षकों को उनकी पसंद के स्कूल में पोस्टिंग मिलेगी।
विद्यार्थियों की पढ़ाई पर नहीं पड़ेगा असर
इस नई व्यवस्था से न केवल शिक्षकों को राहत मिलेगी, बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई भी सुचारू रूप से जारी रहेगी। ट्रांसफर प्रक्रिया के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी स्कूल में शिक्षकों की कमी न हो।
क्यों है यह योजना खास?
शिक्षकों को राहत: पिछले दो वर्षों से शिक्षकों को अपनी पसंद के स्कूल में तबादला नहीं मिल पा रहा था।
समय पर प्रक्रिया: शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि 31 मार्च तक इस प्रक्रिया को पूरा कर दिया जाएगा।
डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग: MIS और HRMS पोर्टल पर डेटा अपलोड करने से पारदर्शिता बढ़ेगी।
जिला अधिकारियों की जिम्मेदारी
जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि वे जिलावार शिक्षकों और विद्यार्थियों का विवरण निदेशालय को भेजें। इस प्रक्रिया में नियमित शिक्षकों के साथ-साथ अतिथि अध्यापक और HKRN के माध्यम से कार्यरत अध्यापक भी शामिल हैं।
शिक्षकों के लिए क्या करना होगा?
MIS पोर्टल पर अपने विवरण की पुष्टि करनी होगी।
यदि किसी अध्यापक का कोर्ट स्टे है, तो उसे संबंधित अधिकारी को सूचित करना होगा।
एकल शिक्षक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापक अपने पिछले स्थान का विवरण अपडेट करेंगे।
सरकार की ओर से बार-बार दावे
पिछले कुछ समय से सरकार ने कई बार ट्रांसफर ड्राइव चलाने का दावा किया है, लेकिन अब तक इसे पूरी तरह लागू नहीं किया जा सका। हालांकि, मौलिक शिक्षा महानिदेशक के इस निर्देश के बाद उम्मीद है कि इस बार यह प्रक्रिया समय पर पूरी होगी।
शिक्षकों के लिए नई उम्मीद
यह नई व्यवस्था न केवल शिक्षकों के लिए फायदेमंद साबित होगी, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार लाएगी। हरियाणा सरकार का यह कदम शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों के लिए सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में है।