हरियाणा के इन प्राइवेट स्कूलों पर मंडराया खतरा! हरियाणा सरकार ने मान्यता रद्द करने की करी घोषणा, जानें कारण

Haryana: शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में 15 दिन का शीतकालीन अवकाश घोषित किया है। हालांकि, कई निजी स्कूल नियमों के खिलाफ अपनी कक्षाएं चला रहे हैं और बच्चों को बुला रहे हैं। इसे लेकर शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है और सभी जिला अधिकारियों से ऐसे स्कूलों की रिपोर्ट मांगी है।
शिक्षा विभाग का कड़ा आदेश
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर शीतकालीन अवकाश के दौरान कोई स्कूल खोला जाता है, तो उसके खिलाफ विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, ऐसी स्थिति में उस स्कूल की मान्यता रद्द करने की सिफारिश भी की जा सकती है। विभाग ने इस आदेश को सख्ती से लागू करने की बात की है और यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी स्कूल नियमों का उल्लंघन न करे।
शीतकालीन अवकाश की घोषणा
शिक्षा निदेशालय के द्वारा जारी आदेश में कहा गया था कि 1 जनवरी से 15 जनवरी तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। यह आदेश सरकारी और निजी, दोनों ही प्रकार के स्कूलों पर लागू होता है। हालांकि, 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को प्रैक्टिकल के लिए स्कूल बुलाया जा सकता है, लेकिन सिर्फ उन्हीं छात्रों को जिनका बोर्ड परीक्षा से संबंधित कार्य हो।
आदेश में कहा गया
1 जनवरी से 15 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे। 16 जनवरी को स्कूल खुलेंगे।सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के छात्रों के लिए निर्धारित शेड्यूल के अनुसार, स्कूल बुलाए जा सकते हैं, लेकिन यह केवल प्रैक्टिकल के लिए होगा।
नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों पर सख्ती
हालांकि, शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के बावजूद, कुछ स्कूलों ने शीतकालीन अवकाश के पहले दिन ही अपनी कक्षाएं शुरू कर दी थीं। उदाहरण के लिए, महेंद्रगढ़ जिले में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं चल रही थीं। इसी तरह, भिवानी जिले के बवानीखेड़ा में 1 जनवरी को एक क्रैच सेंटर खुला पाया गया। दूसरी ओर, सीडीपीओ ने इस मामले में कहा कि उन्हें क्रैच सेंटर बंद करने के आदेश नहीं मिले थे और वह इस विषय पर डिप्टी कमिश्नर से चर्चा करेंगे।