हरियाणा के इन गांवों में अब मिलेगी शहरों जैसी सुविधाएं, सैनी सरकार ने कर दिया ये ऐलान, जानें

Haryana Kranti, चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। योजना के तहत राज्य में कुल 198 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जायेंगे. इन केन्द्रों की स्थापना से आस-पास के ग्रामीण लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध होंगी।
प्रमुख बिंदु:
लागत: प्रत्येक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र की लागत 40 लाख रुपये होगी।
जिलेवार वितरण:
सबसे ज्यादा 45 केंद्र रेवाडी जिले में हैं।
-पानीपत में 24 सेंटर।
-जींद जिले में 21 केंद्र।
हरियाणा सरकार की यह पहल ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का एक बड़ा प्रयास है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) का लक्ष्य न केवल प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है, बल्कि समुदायों में स्वास्थ्य जागरूकता भी बढ़ाना है।
स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र का महत्व:
1. आयुष्मान भारत योजना का विस्तार:
आयुष्मान भारत योजना के तहत इन केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को गांवों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
2. स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता:
सामान्य रोगों का उपचार.
निवारक स्वास्थ्य जांच.
पोषण और फिटनेस पर जागरूकता.
गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के लिए विशेष सेवाएँ।
3. बुनियादी ढांचा:
प्रत्येक केंद्र में डॉक्टर, नर्स और सहायक कर्मचारी तैनात रहेंगे।
आधुनिक चिकित्सा उपकरण एवं दवाइयाँ उपलब्ध करायी जायेंगी।
4. लाभार्थी:
ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और वंचित वर्ग।
आयुष्मान भारत योजना के पात्र लाभार्थी।
अन्य जिलों में केन्द्रों की स्थापना:
राज्य के सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जायेंगे.
उन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी जहां चिकित्सा सुविधाएं सीमित हैं।
सरकार की दीर्घकालिक योजना:
सरकार का लक्ष्य हर व्यक्ति को बिना भेदभाव के स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इस पहल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था और जनजीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।