हरियाणा के इस जिले को मिली बड़ी सौगात, हजारों करोड़ की इन परियोजनाओं से शहर की बदलेगी तस्वीर

Haryana Kranti, चंडीगढ़: हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह (Industry and Commerce Minister Rao Narbir Singh) ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गुरुग्राम में यातायात नियंत्रण एवं मेट्रो कनेक्टिविटी (Traffic control and metro connectivity) से संबंधित इंटर-लिंकिंग रूट के लिए व्यापक गतिशीलता प्रबंधन योजना-2020 गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण और गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (Gurugram Metropolitan Development Authority and Gurugram Metro Rail Limited) को प्रस्तुत करें। संबंधित ग्रेड के सेपस्टरों का कार्य मानसून सीजन से पहले पूरा कर लिया जाना चाहिए।
मंत्री राव नरबीर सिंह जीएमडीए, जीएमआरएल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और गुरुग्राम नगर निगम (GMDA, GMRL, Haryana Urban Development Authority and Gurugram Municipal Corporation) के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य गुरुग्राम को स्वच्छ और यात्रा के लिए सुगम शहर बनाना है। उद्योग की दृष्टि से गुरुग्राम देश के सबसे प्रतिष्ठित औद्योगिक शहरों में से एक है। इसमें रैपिड मेट्रो, इंटर रिंग रोड और मेट्रो रेल सहित आरआरटीएस जैसी सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों पर जोर दिया गया है। इसलिए, यह कार्य पूरा करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि आरओबी, आरयूबी और मेट्रो के लिए ग्रेड सेपस्टरों पर यू-टर्न बनाते समय वर्षा जल निकासी की व्यवस्था की जानी चाहिए। बरसात के मौसम में इन स्थानों पर बाढ़ नहीं आनी चाहिए। मानसून में अभी 6 महीने बाकी हैं, इसलिए अधिकारी इस काम को प्राथमिकता दें।
बैठक में बताया गया कि मिलेनियम सिटी सेंटर-रेलवे स्टेशन-सेक्टर-22-साइबर सिटी तक मेट्रो कनेक्टिविटी की कुल लंबाई 28.50 किलोमीटर होगी और इसमें 27 स्टेशन होंगे तथा एक मेट्रो डिपो का निर्माण किया जाएगा। भूमि सहित परियोजना की अनुमानित लागत 5452.72 करोड़ रुपये है।
व्यापक गतिशीलता प्रबंधन योजना-2020 के अंतर्गत 35 ग्रेड सेपस्टर, 3 आरओबी-आरयूबी और 200 इंटर-सेक्शन जंक्शनों का सुधार एवं विकास किया जाएगा।