हरियाणा के लिए शानदार सफर के दरवाजे खोल देगा यह एक्सप्रेसवे! 2300 करोड़ रुपये की आएगी लागत, जानें कहाँ कहाँ से गुजरेगा?

Haryana New Expressway: अलीगढ़ से पलवल के बीच बन रहा 32 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे (New Expressway) आमजन के लिए एक बड़ी सौगात साबित होने वाला है। इस एक्सप्रेसवे (Expressway News) के बनने से अलीगढ़, नोएडा, गुरुग्राम और अन्य शहरों के बीच यात्रा आसान और समय-संवेदनशील हो जाएगी। इस परियोजना का निर्माण करीब 2300 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है, और यह अलीगढ़ विकास प्राधिकरण की महायोजना 2031 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लेख में हम इस एक्सप्रेसवे के फायदे, निर्माण प्रक्रिया, और इसके द्वारा होने वाले परिवर्तनों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
एक्सप्रेसवे का निर्माण और लागत
अलीगढ़ से पलवल तक का यह 32 किलोमीटर लंबा फोरलेन एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जुड़ा होगा। इसका मुख्य उद्देश्य नोएडा और गुरुग्राम के बीच यात्रा को सुगम बनाना है, साथ ही खैर और जट्टारी क्षेत्र में लगने वाले जाम से भी राहत दिलाना है। इस एक्सप्रेसवे को 2300 करोड़ रुपये की लागत से बनाने की योजना है, जिससे दिल्ली और एनसीआर के प्रमुख शहरों के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
अलीगढ़ की कनेक्टिविटी में सुधार
यह एक्सप्रेसवे केवल यातायात को ही नहीं बढ़ाएगा, बल्कि अलीगढ़ को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अन्य शहरों से भी बेहतर तरीके से जोड़ने का काम करेगा। इसके निर्माण के बाद, अलीगढ़ से दिल्ली, मथुरा, आगरा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और पलवल जैसे प्रमुख शहरों तक की यात्रा में काफी कमी आएगी। उदाहरण के लिए, यह एक्सप्रेसवे अलीगढ़ से सारसौल तक पहुंचने में केवल 1 घंटे का समय लेगा, जो पहले कई घंटों में तय होता था।
ज़मीन अधिग्रहण और निर्माण कार्य
इस एक्सप्रेसवे के लिए अलीगढ़ के करीब 43 गांवों की ज़मीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए जीपीएस तकनीक से ज़मीन पर निशान भी लगाए जा चुके हैं और भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण एक महत्वपूर्ण चुनौती हो सकती है, लेकिन यह एक्सप्रेसवे की तेजी से निर्माण प्रक्रिया में मदद करेगा।
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण की योजना
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) ने इस एक्सप्रेसवे को महायोजना 2031 का हिस्सा बना लिया है। एडीए उपाध्यक्ष अपूर्वा दुबे का कहना है कि ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को महायोजना के सबसे अहम हिस्से के रूप में देखा गया है। यह न केवल अलीगढ़ की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, बल्कि शहर में विकास के नए अवसरों को भी जन्म देगा।