हरियाणा व यूपी में सफर को स्पीड देगा यह एक्सप्रेसवे, इन क्षेत्रों के किसानों पर बरसेगा पैसा, देखें परियोजना की डीटेल

FNG Expressway: फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे (FNG Expressway) दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो इन प्रमुख शहरों को आपस में जोड़ने में मदद करेगा। यह एक्सप्रेसवे फरीदाबाद, नोएडा, और गाजियाबाद के बीच ट्रैफिक के दबाव को कम करेगा और यातायात को सुगम बनाएगा। साथ ही, यह क्षेत्रीय विकास और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। हाल ही में, हरियाणा सरकार ने इस परियोजना को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के हवाले करने की दिशा में कदम उठाए हैं, जिससे इस परियोजना की गति में तेजी आने की उम्मीद है।
एफएनजी एक्सप्रेसवे पर काम की स्थिति
एफएनजी एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर हरियाणा सरकार ने नई पहल की है। पहले नोएडा प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश सरकार की कोशिशों के बावजूद यह परियोजना रुक गई थी, लेकिन अब हरियाणा सरकार अपने स्तर पर इसे बढ़ावा देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, नोएडा और हरियाणा सरकार के पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के बीच हाल ही में एक बैठक हुई, जिसमें इस परियोजना को एनएचएआई के हवाले करने का प्रस्ताव रखा गया।
यमुना पर पुल और सड़क निर्माण
एफएनजी एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए यमुना पर एक नया पुल बनाने की योजना है। यह पुल फरीदाबाद के लालपुर गांव के पास बनेगा और इसकी ऊंचाई लगभग 14 मीटर होगी। पुल के निर्माण पर अनुमानित खर्च 200 से 250 करोड़ रुपये है, जो नोएडा और हरियाणा सरकार द्वारा आधा-आधा वहन किया जाएगा। इसके अलावा, सड़क की ऊंचाई भी काफी होगी, जो इस परियोजना के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
किसानों से भूमि अधिग्रहण और उसकी चुनौतियाँ
एफएनजी एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए सबसे बड़ी चुनौती भूमि अधिग्रहण है। खासकर फरीदाबाद में इस परियोजना के लिए किसानों से जमीन लेनी होगी, जो एक कठिन प्रक्रिया हो सकती है। नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सरकार को भूमि अधिग्रहण के लिए अधिक खर्च उठाना पड़ेगा, जिसका अनुमान एक हजार करोड़ रुपये से अधिक है। इसके अलावा, किसानों द्वारा भूमि अधिग्रहण को लेकर कानूनी विवाद भी हो सकते हैं, जो परियोजना की गति को प्रभावित कर सकते हैं।
एनएचएआई का भूमिका
पहले यूपी सरकार ने एनएचएआई को एफएनजी एक्सप्रेसवे का काम सौंपने की कोशिश की थी, लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए थे। अब, हरियाणा सरकार द्वारा फिर से एनएचएआई के साथ इस परियोजना को आगे बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। यदि यह परियोजना एनएचएआई के हाथों में जाती है, तो इससे निर्माण कार्य में तेजी आ सकती है और क्षेत्रीय यातायात की स्थिति में सुधार हो सकता है।
आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी
एफएनजी एक्सप्रेसवे का निर्माण न केवल दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के लोगों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि इससे आर्थिक गतिविधियाँ भी बढ़ेंगी। इस एक्सप्रेसवे से फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद के बीच यात्रा समय में काफी कमी आएगी, जो व्यापार, निवेश और रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, इस परियोजना से रियल एस्टेट क्षेत्र में भी एक नया उभार आ सकता है, क्योंकि बेहतर कनेक्टिविटी से इन क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।