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Onion Price: दिवाली के बाद प्याज की मांग में होगी भारी बढ़ोतरी, कीमतों में आएगी तूफ़ानी तेजी

दिवाली के बाद बाजार में पुरानी प्याज की कमी होने की संभावना है, जिससे इसके भाव में वृद्धि होने की आशंका है। होटल और रेस्तरां मालिकों द्वारा पुरानी प्याज की मांग अधिक होती है, क्योंकि वे नई प्याज की बजाय पुरानी प्याज खरीदना पसंद करते हैं।
 
Onion Price

आज 26 अक्टूबर 2024 को आजादपुर मंडी में प्याज की आवक 53 गाड़ियों तक सीमित रही, जो कल की 97 गाड़ियों की आवक से कम है। आज अलवर और कर्नाटक की आवक में कमी देखी गई, जिससे मंडी में प्याज के भाव पर थोड़ी दबाव बनी है। नासिक और पुणे से आए प्याज के भाव में भी गिरावट देखी गई है, जो आज 1500 से 1700 रुपये प्रति मन तक रहे। जबकि कल यह भाव 1800 से 2200 रुपये प्रति मन था। राजस्थान से आए प्याज का भाव आज 1500 से 1900 रुपये प्रति मन तक पहुंच गया, जो कल के 1500 से 1700 रुपये के मुकाबले थोड़ा अधिक है।

प्याज के भाव में बदलाव

मध्य प्रदेश से आए प्याज के भाव स्थिर रहते हुए 1700 से 1800 रुपये प्रति मन रहे, लेकिन गुणवत्ता में सुधार नहीं देखा गया। नेफेड और एनसीसीएफ के प्याज के भाव में भी कोई बदलाव नहीं रहा, जो 1400 से 1500 रुपये प्रति मन पर बने रहे। यह ग्राहकी में कमी का संकेत देता है। नए अलवर के प्याज का भाव आज भी 1750 रुपये प्रति मन रहा, जबकि पुराने प्याज का भाव 1650 रुपये प्रति मन के आसपास स्थिर रहा, जो आने वाले दिनों में भावों की स्थिरता का संकेत देता है।

दिवाली के बाद प्याज की मांग

दिवाली के बाद बाजार में पुरानी प्याज की कमी होने की संभावना है, जिससे इसके भाव में वृद्धि होने की आशंका है। होटल और रेस्तरां मालिकों द्वारा पुरानी प्याज की मांग अधिक होती है, क्योंकि वे नई प्याज की बजाय पुरानी प्याज खरीदना पसंद करते हैं। इसी कारण व्यापारी धीरे-धीरे अपनी पुरानी प्याज को निकालते हुए भाव को स्थिर रखने का प्रयास कर रहे हैं।

अब इस समय नेफेड और एनसीसीएफ के व्यापारी ही बाजार में प्रतिस्पर्धा में बने हुए हैं, और छोटे व्यापारियों को अपनी स्थिति बनाए रखने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। दिवाली के बाद प्याज के बाजार में एक नई उछाल देखी जा सकती है। नवंबर का महीना प्याज के व्यापारियों के लिए लाभदायक रह सकता है। संभावना है कि अलवर से आवक में कुछ बढ़ोतरी आएगी, जिससे दिल्ली और अन्य मंडियों में प्याज की मांग बढ़ेगी और इसका भाव 2000 रुपये तक पहुंच सकता है।

नासिक और पुणे की गुणवत्ता

आज भी अलवर का प्याज 1800-1900 रुपये तक बिक चुका है, और दिवाली के बाद भाव में और वृद्धि की संभावना है। नासिक और पुणे से आने वाली प्याज की गुणवत्ता बेहतर है, और इनकी प्याज को संभालने में इन क्षेत्रों के किसान और व्यापारी विशेषज्ञ हैं। नासिक से आने वाले प्याज में अपेक्षाकृत कम दाग होता है और यह अच्छी क्वालिटी का होता है। आने वाले दिनों में नासिक से नया प्याज भी मंडियों में पहुंचने लगेगा, जिसकी गुणवत्ता काफी अच्छी मानी जा रही है। पुणे से भी सुपर क्वालिटी का प्याज उपलब्ध हो सकता है, जो 50 रुपये प्रति किलो तक बिक सकता है।

नेफेड और एनसीसीएफ की भूमिका

एनसीसीएफ और नेफेड की गाड़ियां बाजार में प्याज के भाव को स्थिर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इनकी गाड़ियों की उपस्थिति के कारण प्याज के भाव में कोई बड़ी गिरावट नहीं देखी गई है। इस समय कश्मीर और अन्य क्षेत्रों से भी नेफेड की प्याज की अच्छी मांग है, जिससे भाव में स्थिरता बनी हुई है। वर्तमान में पुराने प्याज लगभग 15-20% बचा है, और नवंबर के बाद नए प्याज का प्रवेश बाजार में होने की संभावना है।

भविष्य के संकेत

दिवाली के बाद अलवर की मंडियों में प्याज की आवक में वृद्धि होने की उम्मीद है। इस दौरान अलवर से 1500 कट्टों की आवक हो सकती है, और बाजार में 3000 से 4000 कट्टों का स्टॉक संभवतः देखने को मिलेगा। जैसे ही यूपी, बिहार, बंगाल, पंजाब और हरियाणा के व्यापारी अपनी मंडियों से अलवर का प्याज खरीदना शुरू करेंगे, दिल्ली की मंडियों की तरफ प्याज की आवक घट सकती है।

कर्नाटक से आने वाली प्याज में इस समय काफी दाग नजर आ रहा है, जिसका मुख्य कारण भारी बारिश है। यहां से आने वाले अच्छे क्वालिटी का प्याज भी 48 रुपये प्रति किलो तक बिकता है लेकिन इसमें भी करीब 90% दागी प्याज की समस्या है। आने वाले दिनों में कर्नाटक से प्याज की आवक में कमी देखी जा सकती है। सोमवार तक कर्नाटक से केवल तीन गाड़ियां ही रह जाएंगी जिससे बाजार में प्याज की उपलब्धता पर असर पड़ेगा।

मंडी की हलचल

नेफेड की गाड़ियों की उपस्थिति ने बाजार को संतुलित बनाए रखा है। मंडी में नेफेड की कुल 19 गाड़ियां और एनसीसीएफ की 6 गाड़ियां खड़ी हैं जिनके कारण बाजार में मूल्य नियंत्रण में सहायता मिल रही है। नासिक की गाड़ियों की कमी है, और नासिक से आए प्याज के मुकाबले एनसीसीएफ और नेफेड का प्याज अधिक मात्रा में उपलब्ध है जो व्यापारी 1500 से 1700 रुपये प्रति मन की कीमत पर बेच रहे हैं।

दिवाली के त्योहार की वजह से मंडी में चहल-पहल बहुत बढ़ी हुई है। व्यापारी और किसान सभी सक्रिय हैं और प्याज का उठाव तेज है। पिछले दो-तीन दिनों में प्याज के भाव में हल्की बढ़ोतरी देखी गई है और दिवाली के चलते बाजार में और वृद्धि होने की संभावना है। वर्तमान में अलवर का प्याज 1800 से 1900 रुपये प्रति मन तक बिक रहा है और मंडी में भाव भी स्थिरता के साथ बढ़ रहा है।

एमपी से आया प्याज अगर सुपर क्वालिटी का है, तो उसका भाव 47 से 48 रुपये प्रति किलो तक जा रहा है। पुणे से आया सुपर माल 50 रुपये प्रति किलो पर बिक रहा है, जिसमें सुपर क्वालिटी प्याज लगभग 15-20% ही है और बाकी का भाव 1700-1800 रुपये प्रति मन तक रहता है। आज आजादपुर मंडी में प्याज की आवक सामान्य से अधिक है और बाजार में अच्छी-खासी रौनक दिखाई दे रही है। मंडी में लगभग 491 कट्टे अलवर से आए हैं जबकि कर्नाटक से पांच गाड़ियों की आवक रही है। कर्नाटक की आवक धीरे-धीरे कम हो रही है जो बाजार में अलवर और अन्य स्थानों से आए प्याज के भाव में बढ़ोतरी का कारण बन सकती है।