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New Highway: UP, MP, और राजस्‍थान वालों को नई रफ्तार देंगे ये 5 नए हाईवे, घंटों की दूरी सिर्फ कुछ मिनटों में होगी तय 

 
 
Expressway
 

Haryana Kranti, नई दिल्ली: अगले साल से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कई अन्य राज्यों के लाखों लोग ट्रेन के बजाय अपनी गाड़ियों से तेज़ और सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के तहत बनाए जा रहे एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे परियोजनाओं में से पांच हाईवे मार्च 2025 तक तैयार हो जाएंगे। इन आधुनिक हाईवे पर यात्रा करना न केवल सुविधाजनक होगा, बल्कि समय की भी बचत करेगा।

सरकार ने एनएचएआई को निर्देश दिया है कि तय समय-सीमा में इन हाईवे को पूरी तरह से तैयार किया जाए। इनमें से कुछ हाईवे पर ट्रायल भी शुरू हो चुका है। इन हाईवे के निर्माण से कई राज्यों के प्रमुख शहरों का कनेक्टिविटी नेटवर्क और बेहतर होगा।

इन हाईवे से जुड़े फायदे

एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे खासतौर पर इस तरह से डिजाइन किए गए हैं कि वहां ट्रैफिक का प्रवाह तेज़ और व्यवस्थित रहे। यहां पर केवल विशेष एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स होंगे, जिससे हाईवे पर बिना वजह ट्रैफिक रुकावट नहीं होगी। यह यात्रा के समय को कम करेगा और ईंधन की भी बचत करेगा।

कौन-कौन से हाईवे होंगे तैयार?

1. इंदौर-हैदराबाद एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे

यह हाईवे 525 किलोमीटर लंबा है और मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों को हैदराबाद से जोड़ता है। इससे इंदौर, भोपाल, उज्जैन जैसे शहरों के बीच यात्रा बेहद आसान हो जाएगी। हाईवे के चलते व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

2. दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सेस कंट्रोल हाईवे

239 किलोमीटर लंबा यह हाईवे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को दिल्ली से जोड़ेगा। दिल्ली से देहरादून की यात्रा अब पहले से काफी तेज़ और आरामदायक हो जाएगी। हाईवे का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि दिल्ली-एनसीआर के लोग देहरादून जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों तक जल्दी पहुंच सकेंगे।

3. कोटा-इंदौर एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे

135 किलोमीटर लंबा यह हाईवे राजस्थान के कोटा और मध्य प्रदेश के इंदौर व उज्जैन के बीच की यात्रा को सुगम बनाएगा। इस हाईवे पर सफर करने से समय की भारी बचत होगी। कोटा से इंदौर का सफर अब केवल डेढ़ घंटे में पूरा होगा।

4. रायपुर-विशाखापट्टनम एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे

छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बीच 465 किलोमीटर लंबे इस हाईवे के तैयार होने से दोनों राज्यों के शहरों के बीच संपर्क बेहतर होगा। यह हाईवे आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को तेज़ी से बढ़ावा देगा।

5. हैदराबाद-विशाखापट्टनम एक्सेस कंट्रोल हाईवे

222 किलोमीटर लंबे इस हाईवे के जरिए आंध्र प्रदेश के प्रमुख शहरों विशाखापट्टनम और हैदराबाद के बीच यात्रा सुगम होगी। इससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।

हाईवे पर सफर होगा अलग अनुभव

इन हाईवे पर अत्याधुनिक तकनीक और मानकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सड़कें चौड़ी होंगी, और कई जगहों पर मल्टीलेवल इंटरचेंज बनाए जा रहे हैं। हाईवे पर टोल प्लाज़ा ऑटोमेटेड होंगे और फास्टैग से लैस होंगे, जिससे बिना रुकावट के टोल भुगतान हो सकेगा।

यात्रा से जुड़े आर्थिक और पर्यावरणीय फायदे

इन हाईवे के जरिए केवल यात्रा आसान नहीं होगी, बल्कि आर्थिक लाभ भी होंगे। फास्ट ट्रांसपोर्ट के चलते व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, ईंधन की खपत में कमी आएगी, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

क्यों हैं ये प्रोजेक्ट खास?

सरकार ने एक्सप्रेसवे के साथ-साथ एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे के निर्माण को प्राथमिकता दी है ताकि लोग सड़क यात्रा के जरिए तेज़ और सुरक्षित अनुभव ले सकें। ये हाईवे ना केवल स्थानीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगे बल्कि अंतरराज्यीय परिवहन के लिए भी एक नई दिशा स्थापित करेंगे।

2025 से इन शहरों में सफर होगा सुविधाजनक

मार्च 2025 के बाद इन हाईवे पर सफर शुरू होते ही लाखों लोग राहत महसूस करेंगे। ये प्रोजेक्ट यात्रा के नए मानक स्थापित करेंगे और लोगों के समय, पैसे और ऊर्जा की बचत करेंगे।