शादी के बाद पत्नी के साथ भूलकर भी न करें ये काम, वरना शादीशुदा ज़िंदगी हो जाएगी खराब

कपल्स के बीच हंसी-मजाक को लेकर एक सामान्य सोच है कि यह एक रिश्ते को मजबूत और खुशनुमा बनाता है। कई लोग मानते हैं कि जब दोनों पार्टनर एक-दूसरे के साथ हंसी मजाक करते हैं तो इसका मतलब है कि उनके रिश्ते में सब कुछ सही चल रहा है। वे यह भी मानते हैं कि जितना ज्यादा मजाक होगा उतना ही प्यार और समझ बढ़ेगी और टकराव की संभावनाएं कम होंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत ज्यादा मजाक कभी-कभी रिश्ते को नुकसान भी पहुंचा सकता है? यह सच है! दरअसल यह व्यवहार कहीं न कहीं कपल्स के बीच दूरियां बढ़ा सकता है और कभी-कभी तो रिश्ता खत्म होने की कगार तक पहुंच सकता है।
हंसी-मजाक
किसी भी रिश्ते में थोड़ी बहुत हंसी-मजाक से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि यह मजाक कभी भी अपमानजनक न हो। एक सामान्य स्टडी के अनुसार जब रोमांटिक जोड़े एक-दूसरे के साथ मजाक करते हैं तो वे ज्यादा खुश और संतुष्ट महसूस करते हैं। लेकिन वहीं अगर यह मजाक किसी के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाता है या असुरक्षा की भावना पैदा करता है तो यह न केवल रिश्ते को कमजोर करता है बल्कि आपसी समझ को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
जब मजाक बदल जाए चोट में
यह एक सच्चाई है कि कुछ जोड़े एक-दूसरे के साथ हंसी मजाक करते समय तंज या ताने मारने लगते हैं। यह एक बहुत ही सामान्य गलती है जो अक्सर रिश्ते में तनाव का कारण बन सकती है। उदाहरण के तौर पर यदि आप किसी की लुक्स या उनकी आदतों पर मजाक करते हैं तो यह किसी को भी बुरा लग सकता है। ऐसा मजाक कभी-कभी इतनी बड़ी समस्या बन जाता है कि दोनों के बीच बात तक बंद हो जाती है। इसके बाद जो बचता है वह केवल गुस्सा और नफरत होती है।
व्यक्तिगत मुद्दों पर ध्यान दें
कभी-कभी हम मजाक करते हुए ऐसे मुद्दों को छेड़ देते हैं जो किसी के लिए संवेदनशील हो सकते हैं। यह विशेष रूप से तब होता है जब हम किसी की असुरक्षा या कमजोरी का मजाक उड़ाते हैं। यही कारण है कि रिश्तों में व्यक्तिगत मुद्दों पर मजाक करने से बचना चाहिए। ऐसा मजाक न केवल दिलों में गुस्सा भरता है बल्कि यह व्यक्ति को अपमानित और असहज भी कर सकता है। जब किसी को बार-बार मजाक का पात्र बना दिया जाता है तो उसे ऐसा महसूस होने लगता है कि दूसरा व्यक्ति उसकी भावनाओं की कद्र नहीं करता। यह विश्वास की कमी और रिश्ते में दूरी का कारण बनता है।
एक स्वस्थ मजाक की शुरुआत
अगर आप अपने रिश्ते में हंसी-मजाक का समावेश करना चाहते हैं तो यह समझना बेहद जरूरी है कि हर किसी का सेंस ऑफ ह्यूमर अलग होता है। जो एक व्यक्ति को मजेदार लगता है वह दूसरे को नापसंद हो सकता है। इस कारण मजाक करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि आपकी बात से सामने वाला व्यक्ति खुश रहे और न कि दुखी हो। यदि कोई व्यक्ति आपकी मजाक से नाराज हो जाता है तो उसकी भावना को समझने की कोशिश करें। उसे खुलकर बताने का मौका दें कि क्यों वह आपकी बात से नाराज हुआ। इसके अलावा यदि आपने अनजाने में किसी को दुखी किया है तो माफी मांगने में संकोच न करें। यह आपके रिश्ते को और मजबूत बनाएगा।
हंसी-मजाक में एक सीमा होनी चाहिए
इसका मतलब यह नहीं है कि रिश्ते में हंसी-मजाक बिल्कुल नहीं होना चाहिए। हल्के-फुल्के मजाक से रिश्ते में आनंद और खुशियाँ आ सकती हैं लेकिन इसे एक सीमा में रहकर करना चाहिए। रिश्ते में मजाक को हमेशा स्वस्थ सकारात्मक और बिना किसी ताने के रूप में रखना चाहिए। यह बहुत ज़रूरी है कि आप दोनों एक-दूसरे के भावनाओं का सम्मान करें और मजाक में किसी को चोट न पहुंचाएं।
सही समय और जगह का चुनाव
कभी-कभी स्थिति के अनुसार मजाक करना जरूरी होता है लेकिन यह सही समय और जगह पर होना चाहिए। अगर आप किसी गंभीर चर्चा के दौरान मजाक करते हैं तो यह न केवल गलत समझा जा सकता है बल्कि इससे आपको गलत फीडबैक भी मिल सकता है। ऐसी स्थितियों में जब पार्टनर परेशान या तनाव में हो तो मजाक करना और भी असंवेदनशील हो सकता है।
कब जानें कि मजाक करना बंद करें
जब एक रिश्ते में मजाक करना सामने वाले व्यक्ति के लिए असुविधाजनक या आहत करने वाला बन जाए तो उसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। यह समय है जब आपको यह समझने की जरूरत है कि मजाक अब दोस्ती को नहीं बल्कि नफरत और गुस्से को बढ़ावा दे रहा है। रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए आपको हमेशा अपने पार्टनर की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और उनकी स्थिति के अनुसार अपना व्यवहार तय करना चाहिए।